आज विश्व जनसंख्या दिवस है। इस खबर के माध्यम से हम आपको आज के दिन के महत्व के बारे में बताने वाले है। हर साल वैश्विक जनसंख्या वृद्धि से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों और चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रति वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा पर्यावरण और मानव विकास के साथ उनके संबंधों सहित जनसंख्या के मुद्दों की वर्तमान और महत्व पर ध्यान देने के लिए बनाया गया है।
इस दिन देश-दुनिया में बढ़ती जनसंख्या के प्रति महत्वपूर्ण चीजों के सामने ला मुद्दे पर बात की जाती है। हाल ही के पिछले 12 महीनों में, दुनिया ने दो महत्वपूर्ण जनसंख्या मील के पत्थर देखे। सबसे पहले, नवंबर 2022 में, वैश्विक आबादी आधिकारिक तौर पर आठ अरब लोगों तक पहुंच गई। दूसरी बात यह की संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक इस साल बीते अप्रैल में भारत चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया।
अब कहा जाता है कि भारत इस दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है। आज हमारे देश की ये हालत है कि हम सभी को जनसंख्या के मामले में पीछे छोड़ आगे बढ़ते जा रहे है। आज हम आपको यह भी बताने वाले है कि ये दुनिया आने वाले सालों में कैसी नजर आएगी। एक रिपोर्ट में बताय गया कि तरफ दुनिया की जनसंख्या बढ़ रही है, तो दूसरी तरफ जानकारी के अनुसार इस साल की शुरुआत में, दक्षिण कोरिया ने एक बार फिर दुनिया की सबसे कम प्रजनन दर के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
जबकि जापान और चीन सहित एशिया के अन्य देशों ने भी अपनी सबसे कम जन्म दर दर्ज की, जो एक प्रकार का खतरा बन सकता है। रिपोर्ट कहती है 1955 में पृथ्वी पर 2.8 अरब लोग थे। आज इतनी आबादी अकेले भारत और चीन की है। साल दर साल दुनिया की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है। रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी गई कि 70 वर्षों में विश्व की जनसंख्या तीन गुना हो गई। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रभाग के अनुमान के अनुसार, 2050 तक दुनिया लगभग 9.7 अरब लोगों तक पहुंच जाएगी।