दुनिया भर में 13 अगस्त को विश्व अंग दान दिवस मनाया जा रहा है। अंग दान को एक महानदान के तौर पर देखा जाता है, जो किसी शख्स को नया जीवन देने का काम करता है। 13 अगस्त का दिन खासतौर पर उन लोगों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है जो किसी की जान बचाने के लिए अपने आर्गन को डोनेट करने के लिए आगे आते हैं।
विश्व अंगदान दिवस का मकसद
इस खास दिन पर लोगों को अंग दान करने की प्रक्रिया के बारे में शिक्षित किया जाता है। विश्व अंगदान दिवस एक ग्लोबल इवेंट है, जिसका मकसद लोगों को अंगदान के महत्व को समझाना है। ना सिर्फ प्रक्रिया बल्कि ये दिन अंग दान की जरूरत के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी सेलीब्रेट किया जाता है। अंगदान दिवस पर लोगों को ज्यादा से ज्यादा आर्गन डोनेट करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
विश्व अंगदान दिवस का इतिहास
पहली बार साल 2005 में विश्व अंगदान दिवस मनाया गया था। पहला अंग दान रोनाल्ड ली हेरिक नाम के शख्स ने की थी। रोनाल्ड ने साल 1954 में अपने जुड़वां भाई को अपनी किडनी दान की थी। इस सफल सर्जरी को डॉ जोसेफ मरे ने अंजाम दिया। साल 1990 में अंग प्रत्यारोपण में प्रगति लाने के लिए उन्हें फिजियोलॉजी और मेडिसिन में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
विश्व अंग दान दिवस 2023 की थीम
इस खास दिन को हर साल अलग थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल विश्व अंग दान दिवस 2023 की थीम “स्वयंसेवक की ओर कदम बढ़ाएं; कमी को पूरा करने के लिए ज्यादा से ज्यादा ऑर्गन डोनर की जरूरत है।” इस थीम का मकसद लोगों से अंग दान के लिए ग्लोबल आमन्त्रित करना, जिससे किसी के अंग की आवश्यकता को पूरा किया जा सके।
अंगदान में शामिल हैं ये 8 अंग
बता दें कि मरे हुए शख्स की किडनी, लीवर, फेफड़ा, ह्रदय, पैंक्रियाज और आंत को दान में दिया जा सकता है। वहीं, साल 2014 में इस लिस्ट में हाथ और चेहरे को भी शामिल किया गया है। हालांकि कोई जिंदा व्यक्ति चाहे तो वो अपना एक किडनी, एक फेफड़ा, लीवर का कुछ हिस्सा, पैंक्रियास और आंत का कुछ हिस्सा डोनेट कर सकता है।