World Lion Day: कहां-कहां देश में मौजूद हैं शेरों के लिए घर, जान कर उड़ जाएंगे आपके होश - Punjab Kesari
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World Lion Day: कहां-कहां देश में मौजूद हैं शेरों के लिए घर, जान कर उड़ जाएंगे आपके होश

जंगल में शेर सबसे प्रभावशाली जानवर माना जाता हैं जिसकी वजह से शेर को जंगल का राजा भी

जंगल में शेर सबसे प्रभावशाली जानवर माना जाता हैं जिसकी वजह से शेर को जंगल का राजा भी कहते हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं अपनी तेज दहाड़ से सभी जानवरों को हिला कर रख देने वाला ये जानवर बहुत बड़े खतरे का सामना कर रहा हैं। जी हाँ, विश्व में धीरे-धीरे शेरों की संख्या कम होती जा रहीं हैं। यही कारण हैं कि लोगों को इन शेरों की सुरक्षा करने और इनको बचाने हेतू जागरूक करने के लिए यह ख़ास दिन 10 अगस्त को World Lion Day मनाया जाता हैं। चलिए आज आपको बताते हैं कुछ ऐसी ख़ास जगहों के बारे में जहां भारत के बहुत चर्चित लॉयन रिज़र्व पार्क हैं। 
वर्ल्ड लॉयन डे हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता हैं। जिसका मुख्य लक्ष्य शेरों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना हैं। आपको जानकारी दे दें कि भारत में कई ऐसे रिज़र्व पार्क हैं जहाँ शेरों के रहने का ठिकाना हैं। आइए देखते हैं कौन कौन से हैं वो रिज़र्व पार्क। 
गिर नेशनल पार्क 
यह भारत का एकमात्र ऐसा नेशनल पार्क हैं जहाँ अपनी नेचुरल हैबिट्स के साथ एशियाई शेर गुज़ारा कर सकते हैं। गिर नेशनल पार्क में सफारी की सवारी के दौरान शेरों को देखने का अपना अलग ही लुफ़्त हैं। आपको बताएं कि इस पार्क के सबसे करीबी रेलवे स्टेशन वेरावल और जूनागढ़ हैं। इसके बाद भी आपको ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। रेलवे स्टेशन से ही आपको यहां जाने के लिए बस या कैब आसानी से मिल जाएगी। 
कुनो वाइल्डलाइफ सेंचुरी
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मध्य प्रदेश का कुनो जब ज्यादा प्रसिद्ध हुआ जब यहां पर चीतों की एंट्री हुई। लेकिन आपको बता दें कि इस पार्क की ख़ास बात ये हैं कि यह पार्क एशियाई शेरों के लिए सबसे बड़ा घर मन जाता हैं। इस सेंचुरी का इलाका काफी ज्यादा बड़े क्षेत्रफल में घिरा हुआ हैं। 
चन्द्रप्रभा सेंचुरी 
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उत्तर प्रदेश, वाराणसी से लगता हुआ ये चन्द्रप्रभा सेंचुरी पार्क भी शेरों के लिए काफी मशहूर माना जाता हैं। इस सेंचुरी पार्क में लोग काफी दूर दूर से आते हैं शेरों का दीदार करने। इस जगह को कशी का एक हिस्सा भी कहां जाता हैं।  
सीता माता वन्य अभयारण्य
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2 जनवरी साल 1979 में राजस्थान राज्य के प्रतापगढ़ ज़िले की इस जगह को एक पार्क के उपाधि दे दें गई थी। एक समय था जब यह अलग-अलग जानवरों के साथ बाघ और सांभर जैसे जानवर भी रहा करते थे। शेरों की संख्या यहां भले ही कम हो लेकिन और भी बहुत से अन्य जानवर यह अभी भी मौजूद हैं।

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