अक्सर सभी फूलों में सुखद सुगंध होती है। गुलाब, चंपा, चमेली और रातरानी की खुशबू से हम प्रसन्न होते हैं। हालाँकि, क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा फूल भी है जिसकी गंध सड़ती हुई लाशों से भी ज्यादा गंदी होती है?
इस फूल की स्मैल सच में इतनी ज्यादा गंदी होती हैं कि इसे सहना चुनौतीपूर्ण हो जाता हैं। हालांकि इसे देखने के लिए अभी भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है। तो चलिए आज आपको बताते है ऐसे ही एक फूल के बारे में जिसकी खुशबू नहीं बल्कि बदबू आपको परेशान कर देंगी।
क्या हैं आखिर ये “मुर्दा फूल”?
हालाँकि इस फूल का ऑफिशल नाम “कॉर्प्स फ्लावर” है, फिर भी इसे “मुर्दा फूल” भी कहा जाता है। क्योंकि इसमें से सड़ती हुई लाशों जैसी गंध आती है। इसके अलावा, यह दुनिया का सबसे आक्रामक फूल है। यह केवल तीन दिनों के लिए खिलता है, अर्थात 24-48 घंटे। हालाँकि, इसकी गंध मीलों तक महसूस की जा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अब तक इस फूल को केवल 140 बार ही उगाया गया है। प्रत्येक दिन, यह लगभग छह सेंटीमीटर तक फैलता है।
अलग-अलग देशों में देखा गया हैं
कोरोना काल में यह अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भी खूब फला-फूला। उससे कुछ साल यह पहले उत्तरी स्विस शहर बासेल में भी उगाया जाता था। पर्यटकों की भीड़ के बीच, यह फूल इस समय कैलिफ़ोर्नियाई हंटिंगटन लाइब्रेरी बॉटनिकल गार्डन में खिल रहा है। ढाई मीटर से अधिक लंबा यह फूल एमॉर्फॉफ़ैलस टाइटैनम प्रजाति का है। वैसे तो इसकी ऊंचाई 12 फीट तक हो सकती है। और यह लगभग दस साल बाद खिलता है। इसी कारण से इस फूल को दुनिया के सबसे दुर्लभ फूलों में से एक के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया है।
कीड़ों को अपनी और आकर्षित करता हैं
विशेषज्ञों का दावा है कि इस फूल में इतनी तेज़ गंध इसलिए है क्योंकि यह परागण के लिए कीड़ों को अपनी ओर खींचता है। यह अपना मुंह बंद कर लेता है और दुर्गंध के कारण पास आने वाले किसी भी कीड़े को निगल जाता है। ऐसी स्थिति में यह फूल नाटकीय रूप से बड़ा हो जाता है। अपने आकार के कारण इसे कॉर्प्स के नाम से जाना जाता है और यह एक अनोखे पौधे के रूप में उगता है।