कहते हैं की हमारी ज़िन्दगी में इतने राज़ होते हैं कि कई तो हम खुद भी जानते हैं लेकिन कई चीज़ो से तो हम खुद काफी बेखबर रहते हैं। जैसे-जैसे हम ज़िन्दगी के हर एक पड़ाव को पार करते चले जाते हैं वैसे-वैसे हम दुनियादारी की बातों से रूबरू होते चले जाते हैं हर बार हमें कुछ अनोखा जानने-समझने को मिलता हैं। हालाँकि इनसे से कुछ इंसान की ज़िन्दगी के राज़ ऐसे मोड़ पर आकर खुलते हैं कि उन्हें स्वीकार कर पाना भी मुश्किल हो जाता हैं।
अब आप ये सोच रहे होंगे कि हम ऐसी बातें कर क्यों रहे हैं? क्योकि थी ऐसा ही कुछ हुआ एक लड़की के साथ, जिसने DNA टेस्ट किया तो उसे अपने इकलौते होने का टैग खोना पड़ा क्योंकि उसके कुल 65 भाई-बहन मिल गए। जी हाँ! सही सुना ब्रेना सपेर्को (Brenna Siperko) नाम की ये लड़की अमेरिका के मैरीलैंड (Maryland) की रहने वाली एक निवासी हैं। वो अपने माता-पिता की इकलौती संतान थीं और उन्हें कभी भी भाई-बहन का सुख ही नहीं मिल पाया लेकिन उसके बाद जो सच उसके सामने आया उसने उसे हैरान करके रख दिया।
जब उसके सामने इतना बड़ा सच आया तो वो जानना चाहती थी कि उसे अगर अपना कोई रिश्तेदार होगा तो वो उनसे मिलना चाहेगी। इसके लिए उसने डीएनए टेस्ट का सहारा तक लिया।
पहले थी एकलौती फिर मिल गए 65 भाई-बहन
ब्रेना सपेर्को (Brenna Siperko) ने जब डीएनए टेस्ट करवाया, जिसके बाद उसके सामने सच आया। उन्हें सबसे पहले अपने शुरू के 13 भाई-बहनों के बारे में पता चला। जिसके बाद में उन्होंने फैमिली ग्रुप में दूसरे भी भाई-बहनों को भी अपने संग जोड़ा और उन्हें आखिरकार पता चला कि उन्हें कुल 65 भाई-बहन हैं जिनसे उनका खून का रिश्ता हैं।
दरअसल ब्रेना अपने माता-पिता की एक ऐसी संतान हैं, जिन्हें उन्होंन स्पर्म डोनर के ज़रिये पैदा किया था। ऐसे में उनके बायलॉजिकल पिता की दूसरी भी संतानें हैं, जिनका पता उन्हें डीनए टेस्ट के ज़रिये लग पाया। हम जानते हैं की ये सुनने में काफी अजीब था कि वो एक भाई या बहन ढूंढ रही थीं और बदले में उन्हें 1-2 नहीं बल्कि पूरे 65 भाई-बहन दुनिया के अलग-अलग कोनों में मिल गए।