पिछले महीने सोशल मीडिया पर एक चीज काफी तेजी से वायरल हुई थी। जिसमे एक रहस्यमयी गोला ऑस्ट्रेलिया के समुंद्र तट पर पाया गया था। अब ऐसी ही खबर मध्य प्रदेश के सीहोर से सामने आ रही है। यहाँ भी एक रहस्यमयी गोला मिला है, जो अपने आप में एक ऐसा खौफ बन गया जिससे लोग खौफ खा रहे है। अब जानकारी में बात सामने आ रही है कि आसमान से गिरे रहस्यमयी गोले से खौफ में रहने की कोई जरूरत नहीं है।
दरअसल, सीहोर में एक रहस्यमयी बॉल आसमान से गिर आया, जिसके बारे में किसी को भी जानकारी नहीं है। अब सभी के सामने एक ही सवाल आ रहा है कि ये “लोहे की गेंद” आखिर क्या है। साथ ही इसकी उत्पत्ति कहाँ से हुई। सीहोर और नरवर तहसील के रहवासी शुक्रवार को आसमान से गिरे लोहे के गोले से सहम गए इस बात से उनके बीच खौफ आ गया कि ये है क्या?
यह खबर सुनते ही आईटीबीपी कैंप के जवान वहां पहुंचे और जायजा लिया। लेकिन इस मामले में अभी तक कोई खास जानकारी सामने नहीं आई है। इस गेंद की उत्पत्ति और प्रकृति की जांच अभी चल रही है। इस बारे में अभी कुछ भी जानकारी सही से सामने नहीं आई है। गाँव के एक किसान ने कहा “गोल आकार वाली एक बजती हुई गेंद आसमान से गिरी है”। हालांकि इतनी ऊंचाई से गिरने के बावजूद गेंद नहीं फटी इलाके में एक बड़ा हादसा होने से बच गया।
यदि वे इसके नीचे खड़े होते तो एक व्यक्ति की मृत्यु हो सकती थी। ग्रामीणों को अब यह अजीब लग रही है। बावजूद इसके कि इससे किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. एक महिला ने दावा किया कि यह गोला इसलिए गिरा क्योंकि ईगल कार यानी चील गाड़ी ऊपर से नीचे उतरी थी। अब गांव के लोग इसके के बारे में अधिक जानना चाहते है। लोग सच्चाई जानने के लिए उत्सुक हैं।
हालांकि जांच के बाद पुलिस ने बताया- यह बम नहीं, बल्कि सैटेलाइट, मिसाइल की हाइड्राजिन सेल में लगने वाले हिस्से हैं। इनके माध्यम से फ्यूल सप्लाय होता है। जब यह काम नहीं करते तो कई बार सैटेलाइट के फ्यूल टैंक वाले पार्ट से अलग हो जाते हैं। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। यह किसी भी सैटेलाइट या मिसाइल का मलबा ही हैं।