विदुर जी की पहचान महाभारत काल में उन योग्य महामंत्री के रूप में थी जो अपनी कई सारी कुशल नीतियों के जरिए युद्धवीर को काम की बातें बताया करते थे। विदुर जी की उन्हीं नीतियों के चलते कई सारे ऐसी चीजें भी हैं जो एक सुखी व्यक्ति की पहचान के रूप में की जाती है। तो चालिए आज हम आपको बातने जा रहें हैं उन्हीं 6 बातों के बारे में तो एक बार आप भी चेक कर लीजिए कि आप कितने सुखी हैं।
1.स्वस्थ रहना
सुखी इंसान की सबसे बड़ी पहचान में से एक मानी जाती है उसकी स्वस्थ और निरोगी काया। यदि आपके जीवन में ऐसा नहीं है तो आपको सुख प्राप्त वाला इंसान नहीं कहा जा सकता है। सुखी रहने के लिए भौतिकता से ज्यादा जरूरी है स्वस्थ शरीर का होना।
2.किसी प्रकार का कर्ज न होना
एक व्यक्ति सही मायने में तब ही सुखी होता है जब उस पर किसी प्रकार का कर्जा नहीं हो तो। अर्थात अगर आप किसी से पैसा उधार लेकर दूसरे के पैसों पर आराम फर्मा रहें हैं तो आपको सुखी नहीं कहा जा सकता है।
3.विदेश में रहना
मान्यता है कि आप कितना ही धन क्यों न कमा लें। लेकिन यदि आपको अपने परिवार के साथ रहने का सुख प्राप्त नहीं है मतलब आपको अपने परिवार को छोड़कर विदेश में रहना पड़ रहा है तो ऐसे में आपको किसी प्रकार का कोई धन लाभ नहीं है। क्योंकि परिवार से दूर होकर भला कोई कैसे सुखी हो सकता है।
4 अच्छे लोगों के साथ संबंध
यदि आप गलत संगति वाले लोगों के चक्कर में पड़कर पैसे उड़ा रहे हैं तो आप सुखी नहीं हैं। क्योंकि एक सुखी इंसान वही होता है जो अच्छे लोगों के साथ अपने संबंध बनाता हो जो ईमानदारी से धन कमाता हो।
5.कम चीज़ो में भी अपने जीवन में गुजरा कर लेना
ऐसा इंसान जिसको अपना जीवन जीनें के लिए किसी के आगे हाथ न फैलाने पड़े उसके पास जितने पैसे हैं वह उसी में गुजारा कर सकें। वही इंसान दरअसल जिंदगी भर सुखी रहता है।
6.बिना डर के रहना
यदि आप बिना किसी डर के अपन जीवन व्यतीत कर रहे हैं तो ही आप सुखी कहलाने के हकदार है। क्योंकि जो इंसान गलत काम करते हैं वो चोरी-छुपे अपना जीवन जीते हैं जो कभी सुखी नहीं रह पाते।