सोशल मीडिया पर एक शख्स का वीडियो कुछ दिन पहले जमकर वायरल हो रहा था। दरअसल इस वीडियो में यह शख्स ट्रेन में मोदी-मोदी के नारे लगाकर खिलौने बेचता था। इतना ही नहीं इस शख्स ने केजरीवाल से लेकर सोनिया गांधी, बराक ओबामा और मुलायम सिंह यादव का नाम लेकर खिलौने बेचकर नेताओं का मजाक उड़ाया था।
यह शख्स गुजरात के सूरत से ट्रेन में खिलौने बेचता था। इस शख्स को आरपीएफ रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया है। खबरों के मानें तो इस शख्स का नाम अविनाश दुबे बताया जा रहा है और यह वाराणसी का रहना वाला है।
इस वजह से केस दर्ज हुआ शख्स पर
खबरों के अनुसार अविनाश पर ट्रेन के अंदर गैर कानूनी ढंग से घुसने, रेल यात्रा के दौरान शोर मचाने और गलत भाषा का इस्तेमाल करने की वजह से आरपीएफ ने केस दर्ज किया है। वाराणसी से अविनाश दो साल पहले ही वलसाड आया था। वलसाड आने के बाद अविनाश ने वापी और सूरत के बीच जाने वाली ट्रेनों पर खिलौने बेचना शुरु किया।
10 दिन की हिरासत में कोर्ट ने भेजा
अवधेश को रेलवे पुलिस ने नेताओं को उल्टा सीधा बोलने पर गिरफ्तार नहीं किया है। बल्कि अवधेश के पास वेंडर लाइसेंसे नहीं था जिससे कोई भी इंसान सामान बेच सकता है। इसी वजह से सूरत रेलवे स्टेशन से आरपीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने 10 दिन की न्यायिक हिरासत में अवधेश को भेज दिया था। इसके अलावा अवधेश पर 3500 का जुर्माना भी लगाया था।
रेलवे ने अवधेश की गिरफ्तारी पर दिया बड़ा बयान
सोशल मीडिया पर अवधेश की गिरफ्तारी के बाद हंगामा हो गया था जिसके बाद भारतीय रेलवे ने खुद एक बयान जारी किया। जिसमें अवधेश की गिरफ्तारी के पीछे सारे कारण थे। रेलवे ने अपने बयान में कहा कि पहली बार अवधेश दूबे को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इससे पहले भी 11 बार वह अवैध तरीके से सामान बेचने पर पकड़ा जा चुका है।
अवधेश दूबे 2005 से अवैध तरीके से सामना बेचता हुआ पकड़ा गया है जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी किया है। इस बात को अवधेश दूबे ने मजिस्ट्रेट के सामने स्वीकार करते हुए कहा कि वह 2005 से लगातार बिना लाइसेंस के ट्रेन में सामना बेचता हुए पकड़ा गया है।