धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना बहुत ही पवित्र होता है। यह माह भगवान शिव को सबसे प्रिय होता है। सावन के महीने में लोग भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा-आराधना करते हैं। सावन के महीने शिव भक्त मंदिर में जाकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं।
मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव का जलाभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर तरह की मनोकामनओं की पूर्ति करते हैं। इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं भगवान शिव पूरी करते हैं। महिलाएं इस दौरान अपने पति के लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं।
शिवलिंग की पूजा में अभिषेक का खास महत्व होता है। शिवलिंग पर अभिषेक करने के बाद से अन्य पूजा विधियों की शुरुआत की जाती है। भगवान शिव तो शिवलिंग पर अभिषेक करने से ही प्रसन्न हो जाते हैं और आशीर्वाद देते हैं।
गंगाजल से अभिषेक- भगवान शिव का अभिषेक गंगाजल से करना भी काफी अच्छा माना जाता है। इससे लोगों का घर सुख और समृद्धि स भर जाता है।
दूध से अभिषेक- संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले लोग अगर सावन सोमवार व्रत के दिन दूध से भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं तो काफी फायदा मिलता है।
दही से अभिषेक- भगवान शिव का अभिषेक दही से करना चाहिए. ऐसा करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
शहद से अभिषेक- भगवान शिव का अभिषेक शहद से करने पर लोगों का समाज में मान-सम्मान बढ़ता है।
इत्र से अभिषेक- जिन लगों को मानसिक तनाव रहता है या नींद की समस्या रहती हैं उन्हें भगवान शिव का अभिषेक इत्र से करना चाहिए।
घी से अभिषेक-अगर भगवान शिव का अभिषेक शुद्ध देसी घी से किया जाय तो व्यक्ति की सेहत अच्छी रहती है। अगर कोई व्यक्ति किसी बीमारी की वजह से लंबे से ग्रसित है तो सावन के महीने में भगवान शिव का अभिषेक घी से अवश्य ही करना चाहिए।