आने वाले दिन में रक्षाबंधन का त्योहार देश काफी धूमधाम से मनाया जाएगा। भाई-बहन के प्यार का यह त्यौहार अपने आप में सबसे अनोखा और सबसे अलग है। इस दिन भाई बहन अपना प्यार एक दूसरे के लिए लूटाते हैं और जीवन भर भाई अपनी बहन की रक्षा करने की कसम खाता है। इस साल की रक्षाबंधन पर हम आपके लिए एक ऐसी कहानी लेकर आए हैं जो हो सके तो आपको रुला देगा तो कहानी को पूरा पढ़ें।
राहुल नाम का एक लड़का जिसका इस दुनिया में कोई भी नहीं था। एक अनाथ आश्रम में पला-बढ़ा राहुल बचपन से ही काफी शांत था, लेकिन जब वह बड़ा हुआ तो उसके मन में कई सारे सवाल पैदा होने लगे कि उसके मां-बाप कौन है और उसका जन्म कहां हुआ था और वह इस जगह पर कैसे पहुंचा काफी सारे सवाल थे पर उसके पास उन सवालों का जबाव देने वाला कोई नहीं था।
राहुल धीरे-धीरे बड़ा हो रहा था और उसके अंदर समझ आ रही थी। जब उसकी उम्र लगभग 12 से 13 वर्ष थी तो वह अनाथ आश्रम में ही बने एक दोस्त के घर पर जाता है जिसको किसी ने गोद ले लिया था। उसके घर जाने के बाद राहुल ने देखा कि उसकी बहन उसके हाथ पर राखी बांधती है। पहले तो उसको यह भी पता नहीं रहता है कि इस धागे की तरह दिखने वाले चीज को क्या कहते हैं लेकिन बाद में राहुल को सब कुछ पता चल जाता है कि साल में एक दिन ऐसा आता है कि भाई अपनी बहन की रक्षा करने के लिए कसम खाता है और इस दिन को लोग रक्षाबंधन के नाम से जानते हैं।
उसे दिन राहुल अपने दोस्त के घर पर से आने के बाद रात को खूब रोता है और अपने आप से और साथ ही साथ भगवान से भी सवाल करता है कि क्यों उसको अनाथ बनाया उसका भी तो अपना परिवार हो सकता था वह भी तो जीवन जी सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। देखते ही देखते राहुल के जीवन में सात आठ साल निकल गया। अब राहुल की उम्र लगभग 23 साल हो चुकी थी, लेकिन राहुल के मन में एक सवाल हमेशा बना रहता है कि क्यों भगवान ने मुझे को सही जिंदगी नहीं दिया है। फिर 1 साल रक्षाबंधन का त्यौहार आता है और राहुल उदास चेहरा लेकर दिनभर घूमता रहता है।
लेकिन उसको नहीं पता था कि इस साल का रक्षाबंधन उसके जिंदगी में काफी बड़ी खुशी लेकर आने वाला है राहुल शाम के समय घूमते घूमते एक ऐसे जगह पर जा पहुंचता है जहां पर एक छोटी सी लड़की बैठी रहती है। वह लड़की राहुल से कुछ खाना खाने के लिए मांगती है लेकिन राहुल अपने पास से उसे कुछ भी चीज नहीं दे पता है।
तभी वह छोटी बच्ची राहुल को अपने गले लगा कर रोने लगती है और तब राहुल को एहसास होता है कि उसे एक छोटी बहन मिल गई है जो उसकी कलाई पर राखी बांधेगी और अब से आने वाले आगे के जीवन में उसे लड़की की उसे छोटी बहन की रक्षा करना राहुल का काम हैं।
इस तरीके से राहुल को अपनी बहन मिल गई और इस साल की रक्षाबंधन पर आपको यह कहानी कैसी लगी और आप अपनी बहन के लिए क्या खास करने वाले हैं हमें जरूर बताएं। (आपको बता दें ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक हैं।)