यही है वो 4 गंदी आदत, जिनके कारण घर में आती है दरिद्रता, छिन जाता है घर का सुख चैन - Punjab Kesari
Girl in a jacket

यही है वो 4 गंदी आदत, जिनके कारण घर में आती है दरिद्रता, छिन जाता है घर का सुख चैन

आज हम आपको बताएंगे ऐसी चार आदतों के बारें में जो घर में दरिद्रता लेकर आती है।

कुछ लोग मेहनत को बहुत करते हैं पर उसका फल उन्हें नहीं मिल पाता। कुछ लोग कमाते तो ज्यादा है पर बचत नहीं हो पाती यही नहीं कई बार घर में अशांति का महौल बना रहता है। आज हम आपको बताएंगे ऐसी चार आदतों के बारें में जो घर में दरिद्रता  लेकर आती है।  कुछ आदतें ऐसी भी होती हैं जिनकी वजह से मजबूत ग्रह भी कमजोर हो जाते हैं।जैसे जाने अंजाने कुछ लोग बैठे हुए अपना पैर हिलाते रहते हैं। ये बहुत बुरी आदत है।इसी प्रकार कई आदतें ऐसी होती हैं जो भाग्य बिगाड़ने का काम करती हैं।
1671722230 buri adata
1 सुबह सूरज निकलने तक सोते रहना।
हर व्यक्ति को रात में सबसे पहले खाना खाकर जल्दी सो जाना चाहिए और सुबह में सूरज उगने से पहले उठ जाना चाहिए और सूरज सुबह उठने के बाद सूरज को प्रणाम करना चाहिए
2. घर में कूड़ा कचरा रखना।
घर में सुबह उठकर घर को पूरा साफ सफाई करना चाहिए और कचरा जो है प्रतिदिन बाहर में फेंक देना चाहिए घर में नहीं रखना चाहिए साफ सुथरा रखने से लक्ष्मी वास होता है। साथ ही वास्तु के अनुसार भी घर में धन की कमी होने लगती है।
1671722266 buri2
3. नाखून चबाने की आदत
 नाखून चबाने की आदत अमूमन लोगों में देखी होगी। जो लोग नाखून चबाते हैं ऐसे लोगों का सूर्य कमजोर होता चला जाता है।  ऐसे लोगों को आंखों की समस्या रहती है, बिना वजह के अपयश मिलता है ।
4. बिखरे हुए जूते-चप्पल
घर में जो लोग जूते-चप्पल बिखेरकर रखने से भी हमारे भाग्य पर बुरा असर होता है।ऐसा करने से जीवन में अनावश्यक भागदौड़ बढ़ती है। जिस काम के लिए ऐसी भागदौड़ की जाती है, उनमें भी इंसान को सफलता मिलना मुश्किल हो जाता है।
अगर आप भी लाइफ में ऐसे  संकट से जूझ रहे हैं जो आपके घर में अंशाति का महौल लाता है या घर मे धन की कमी लाता है तो आज ही इन आदतों को बदल डाले।
और अपने अंदर सकारात्मक बदलाव लाए।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।