किडनी शरीर के बाकी अंगों की तरह बहुत अहम अंग होता है। शरीर में कई तरह की परेशानियां और बीमारियां किडनी के खराब होने से हो सकती हैं। किडनी एक अहम भूमिका शरीर को स्वस्थ रखने में निभाती है।
अगर आपका खान-पान गलत है तो किडनी पर इसका असर बूरा पड़ता है। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में किडनी की बीमारियां कई लोगों को हाे चुकी है। हम आपको उन फूड आइटम्स के बारे में बताएंगे जो किडनी के लिए हानिकारक होती हैं।
रेड मीट
प्रोटीन की मात्रा रेड मीट में बहुत होती है। शरीर और मांसपेशियों के लिए रेड मीट अच्छा होता है लेकिन यह उलटा असर किडनी पर करता है। फैट की मात्रा रेड मीट में बहुत पाई जाती है। किडनी के लिए फैट सही नहीं होता। अगर आप रेड मीट का सेवन ज्यादा करते हैं तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा हो जाती है।
अल्कोहल
किडनी के लिए ज्यादा मात्रा में अल्कोहल भी अच्छा नहीं होता है। अगर अल्कोहल का सेवन आप ज्यादा करते हैं तो इससे किडनी डैमेज हो जाती है। किडनी के फंक्शन को अल्कोहल की ज्यादा मात्रा बदल देती है। जिसके बाद दिमाग पर इसका असर बुरा होता है। डिहाइड्रेटिंग अल्कोहल होती है। किडनी के अलावा शरीर के कई अंगों को पानी बहुत मात्रा में चाहिए होता है। अगर आप थोड़ी भी अल्कोहली पीते हैं तो उसके बाद ढेर सारा पानी पीना चाहिए।
नमक
शरीर में द्रव संतुलन सोडियम बनाए रखता है। हमारे शरीर में ब्लड को पोटेशियम और सोडियम मिलकर किडनी के जरिए फिल्टर करते हैं। अगर आप नमक का सेवन ज्यादा करते हैं तो किडनी को ज्यादा पानी इसे पतला करने के लिए जरूरत होती है। ज्यादा नमक का सेवन करने से ब्लडप्रेशन का खतरा भी बन जाता है।
कैफीन
कैफीन की मात्रा कॉफी में बहुत होती है। सुबह कई लोग कॉफी फ्रेश होने के लिए पीते हैं। कॉफी पीकर कई लोगों को ताजगी और एनर्जी आती है। साथ ही कॉफी का स्वाद कुछ लोगों को बहुत अच्छा लगता है। अगर आप कैफीन की मात्रा का सेवन ज्यादा करते हैं तो आपके शरीर में ब्लडप्रेशर का खतरा ज्यादा बन जाता है। जिसका असर किडनी पर होता है।
एनर्जी ड्रिंक और सोडा
कई लोगों को सोडा और एनर्जी ड्रिंक पीना बहुत अच्छा लगता है साथ ही शरीर में इनसे एनर्जी भी आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह हमारी सेहत के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। किसी भी तरह का स्वास्थ्य लाभ सोडा और एनर्जी ड्रिंक पीने से नहीं होता है। इनका सेवन नहीं करना चाहिए। कैफीन और चीनी की मात्रा इसमें बहुत होती है। साथ ही इसमें खतरनाक कलर और केमिकल भी इस्तेमाल किया जाता है।
आर्टिफिशियल स्वीटनर्स
आर्टिफिशियल स्वीटनर्स डाइट की मात्रा आपको डाइट सोडा में मिल जाएंगी। डाइट सोडा सीधे तौर पर चीनी को कम करते हैं। हाल ही में एक स्टडीज में पता लगा है कि चीनी का विकल्प आर्टिफिशियल स्वीटनर्स में नहीं होता है। हालांकि इसमें चीनी जैसे तत्व ही पाए जाते हैं। ये बस आपको पागल बनाते हैं कि आपने चीनी जैसा कुछ भी खाया या पिया नहीं है।
डेयरी प्रोडक्ट
प्रोटीन की मात्रा डेयरी प्रोडक्ट में बहुत होती है। इसके अलावा कैल्शियम और बाकी पोषक तत्व भी इसमें ज्यादा पाए जाते हैं। डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करना अच्छा होता है लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा से कई खतरा भी शरीर में बढ़ जाता है। किडनी की पथरी कारण भी ज्यादा मात्रा में कैल्शियम बन सकता है। स्टडी में यह पाया गया है कि डेयरी प्रोडक्ट की सीमित मात्रा किडनी की बीमारी वाले लोगों के लिए अच्छा होता है। दरअसल उन्हं डायलिसिस की कभी जरूर नहीं हो सकती है।
नॉन ऑर्गेनिक फूड
शरीर के लिए जहर की तरह नॉन ऑर्गेनिक फूड होता है। इसे डिब्बाबंद भी कहा जाता है। पेस्टीसाइड्स का इस्तेमाल इन खानों में किया जाता है। जो कि किडनी को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। किसी भी तरह के केमिकल्स या पेस्टीसाइड्स ऑर्गेनिक फूड में इस्तेमाल नहीं करते हैं।