कोरोना वायरस नाम के संकट से इस समय देश जूझ रहा है। जब सभी लोग सोशल के नियम का पालन करेंगे तभी हम इस बड़े संकट से जीत पाएंगे। इतना ही नहीं इस लड़ाई में हमारे योद्धाओं का साथ घर पर रहकर करें। अभी तक बहुत कुछ कोरोना वायरस महामारी ने खराब कर दिया है। हालांकि लोगों का हौसला ही बस फिलहाल अच्छा है जो लोगों की मदद के लिए इस लड़ाई में बराबर आगे आ रहे हैं। इसके अलावा वह हिम्मत भी घर पर बैठे लोगों को दे रहे हैं।
ये हैं हिम्मतवाले लोग
1. महिला पुलिसकर्मी
ऐसी ही एक एमपी की महिला पुलिसकर्मी हैं जो जरूरतमंदों के लिए मास्क अपने घर में ड्यूटी खत्म होने के बाद बनाती हैं।सोशल मीडिया पर लोगों ने इस महिला पुलिसकर्मी की तस्वीर जमकर शेयर की थी। तस्वीरों में नजर आ रहा कि वह लोगों के लिए कैसे मास्क बना रही हैं। इस वायरल ट्वीट के मुताबिक, सृष्टि स्रोतिया इस महिला का नाम है और मध्यप्रदेश के खुरई ग्रामीण पुलिस थाने में वह कार्यरत हैं।
2. डॉक्टर बनी ये मॉडल
भारतीय मूल की 24 साल की भाषा मुखर्जी मिस इंग्लैंड साल 2019 में बनी थीं। यह पेशे से डॉक्टर भी रहे चुकी हैं। भाषा एक बार फिर से अपनी डॉक्टर की भूमिका में आ गयी हैं। उन्होंने अपना ब्यूटी क्राउन साइड में रख दिया है और कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में लोगों की मदद करने के लिए आगे आईं हैं।
3. मिठाई वाला
कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बंगाल के एक मिठाई विक्रेता ने अनोखा कदम उठाया है।कोरोना जैसे दिखने वाली मिठाई इस दुकान पर लोगों को फ्री में दे रहे हैं। कोलकाता के जादवपुर इलाके में यह मिठाई की दुकान है।
4. युवा पहनने वाला कोरोना हेलमेट
लोगों को घर में रहने के लिए जागरूक मुरादाबाद के निवासी विशेष पाल कोरोना का हेलमेट पहनकर कर रहे हैं। ताकि अपनी और दूसरों की जान लोग घर पर रह कर बचा सकें।
5. यह कुक भर रहा है 250 लोगों का पेट
मेरठ के निवासी 32 साल के शकील का काम शादी-ब्याह में खाना बनाने का है। लेकिन लॉकडाउन होने से उनका काम बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है। फिर उन्होंने मदद का हाथ अपने दोस्तों के साथ मिलकर बढ़ाया है। लोगों के लिए खाना शकील अपने पैसों से खरीद कर सामान लाते हैं फिर बनाकर जरूरतमंद लोगों तक वह अपने दोस्तों की मदद से पहुंचाते
हैं।
6. दान कर दी बुजुर्ग जोड़े ने पेंशन
कोरोना वायरस की इस लड़ाई में एमपी की 82 साल की सलभा उसकर ने पेंशन के 1 लाख रुपय राज्य सरकार को दान में दे दी। दो महीने की पेंशन उसकर और उनके पति ने राहत कोष में देने का फैसला किया।
7. ये छात्रा जानवरों को खिलाती है खाना
लॉकडाउन में जहां लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ा है वहीं जानवरों के खाने का भी सहारा टूट गया है। इसी बीच दिल्ली की एक वेटेरिनरी स्टूडेंट विभा तोमर खाना भूख से बचाने वाले जानवरों को खिलाती हैं। विभा अपना कर्तव्य जानवरों को खाना खिलाना समझती हैं।
8. गर्भवती नर्स ड्यूटी पर
तमिलनाडु के रामनाथपुरम की एस विनोथिनी नर्स है और लोगों की मदद कर रही हैं। एस विनोथिनी देश की सेवा में ऐसे लग गयी वह यह भी भूल गयीं की वह 8 महीने की गर्भवती हैं। इसके अलावा उन्होंने 250 किलोमीटर का सफर वह अपनी ड्यूटी पूरी करने के लिए तक का तय किया।
9. ट्रांसजेंडर समुदाय आगे आया गरीबों की मदद के लिए
मुश्किल की इस घड़ी में बरेली के 50 ट्रांसजेंडर जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं। समुदाय के एक मेंबर ने बताया है कि दिहाडी मजदूर कई ऐसे हैं, जिनकी लॉकडाउन के कारण कमाई बंद हो गयी है। मनावता सेवा समुदाय के लिए सबसे अच्छी सेवा है।
10. एम्बुलेंस कार को बनाया
देवप्रयाग के निवासी 32 साल के गणेश भट्ट ने अपनी कार को एम्बुलेंस बना दिया कोरोना मरीजों की मदद के लिए। कोरोना वायरस के भय से मरीजों को अस्पताल ड्राइवर्स नहीं ले जा रहे जब भट्ट को इसके बारे में चला तो उन्होंने अपनी कार को एम्बुलेंस बनाया ताकि मरीजों को अस्पताल वह पहुंचा सके।
11. बंगला साहिब गुरुद्वारा
जब भी मदद और इंसानियत की बात आती है तो सिख समुदाय सबसे पहले आगे आता है। जब भी मुश्किल समय दुनिया में आती है तब मदद के लिए सिख समुदाय आता है। जब कई बेबस लोगों की रोटी कोरोना वायरस की इस महा जंग में छीन गयी है तब दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने जिम्मा उन लोगों का पेट भरने का उठाया है। खबरों के मुताबिक, रोजाना 40 हजार लोगों को गुरुद्वारा बंगला साहिब खाना तैयार करता है और उन तक पहुंचाता है।