प्यार एक ऐसी चीज होती है जो सभी को पूरी तरह से बदल देती है। अब सामने आई कहानी में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है। अपने बैंक में डकैती की कहानी तो खूब सुनी होगी, लेकिन कभी कोई ऐसी खबर नहीं सुनी होगी। जिसमे किसी शख्स ने इतनी शातिर दिमाग से गेम खेल-खेला की बैंक में डाका डालने आए डाकू भी उनके प्यार के दीवाने बना गये। एक 69 वर्षीय व्यक्ति ने चतुराई से बैंक डकैती को टाल दिया। उन्होंने बैंक लूटने आए एक संदिग्ध को गले लगाकर स्थिति को नियंत्रण में किया। आपको यह थोड़ा अजीब लग रहा होगा। लेकिन ये घटना सच में हुई थी।
सच्चाई जानने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस भी असमंजस में पड़ गई। मामला अमेरिका के कैलिफोर्निया का है। रिपोर्ट के मुताबिक, 69 वर्षीय माइकल आर्मस चेक जमा करने के लिए बैंक ऑफ द वेस्ट ब्रांच पहुंचे थे। तभी उसने देखा कि कैश काउंटर पर एक नकाबपोश संदिग्ध बैंक कर्मचारी को धमका रहा है। संदिग्ध कह रहा था कि उसके बैग में विस्फोटक है। पैसा नहीं दिया तो धमाका कर देगा।यह सुनकर बैंककर्मी के होश उड़ गए। इस बीच, माइकल कार्यभार संभालता है। उसने संदिग्ध से बात करने का फैसला किया, जो निहत्था भी था।
माइकल ने संदिग्ध को अपना पूर्व पड़ोसी बताते हुए बातचीत शुरू की। उसने उससे पूछा- क्या बात है…? आपके पास कोई काम नहीं है क्या…? इस पर संदिग्ध ने जवाब दिया- इस शहर में मेरे लिए कुछ भी नहीं है। मैं सिर्फ जेल जाना चाहता हूं।
माइकल ने बातचीत जारी रखी। छोटी सी बात में वे संदिग्ध को कैश काउंटर से कुछ दूर दरवाजे के पास ले जाते हैं। इस बीच, माइकल ने उसे गले लगा लिया। उनके गले लगते ही संदिग्ध भावुक हो जाता है और रोने लगता है।
मौका पाकर बैंक कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। वुडलैंड पुलिस अधिकारियों ने बैंक में प्रवेश करते ही संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, संदिग्ध की पहचान 42 वर्षीय एडुआर्डो प्लेसेंसिया के रूप में हुई। उसने बताया कि उसके पास कोई विस्फोटक नहीं था। डरा-धमका कर वह सिर्फ पैसे लूटना चाहता था।
फिलहाल पुलिस ने एडुआर्डो के खिलाफ लूट की कोशिश, धमकी देने और भय का माहौल बनाने का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने माइकल की बहादुरी और सूझबूझ की तारीफ की है। वहीं, सोमवार को एडुआर्डो की गिरफ्तारी के बाद अब बुजुर्ग माइकल उससे मिलने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि मैं जेल जाकर उनसे मिलना चाहता हूं। माइकल – प्यार सभी चीजों पर काबू पा लेता है। हमें लोगों के प्रति दयालु होना चाहिए। इससे फर्क पड़ता है।