मृत्यु जीवन का वो सच हैं जिससे एक ना एक दिन हर इंसान को नज़र मिलानी ही पड़ती हैं। जानते हैं कि जब आपकी ज़िन्दगी का कोई खास इंसान आपको छोड़कर जाता हैं तो दुःख थोड़ा ज़्यादा ही होता हैं लेकिन अंत में उसे पंच तंत्रो में तो मिलना पड़ता ही हैं। माँ जिसके साथ आप ज़िंदगी का एक बड़ा हिस्सा बिता चुके होते हैं,
उसका अचानक दुनिया को छोड़कर चले जाना किसी सदमे से कम नहीं होता। ऐसे में बहुत से लोग इस सच को मान ही नहीं पाते हैं कि सामने वाला जा चुका है और उसकी यादों के साथ ज़िंदगी बिताने लगते हैं। हालांकि कुछ लोग इस सच को मन्ना ही नहीं चाहते और ऐसे भी होते हैं, जो उनके मृत शरीर को भी नहीं छोड़ पाते और कई बेवकूफियां कर बैठते हैं।
आज एक ऐसी ही कहानी सामने आई है, जिसमें एक शख्स अपनी मां के मृत शरीर के साथ दो-चार महीने नहीं, बल्कि कुल 6 साल तक रहता आया हैं। ऐसी कई कहानियां आपने सुनी होंगी, जिसमें सगे-संबंधियों के शव के साथ लोग सालों बिता देते हैं। हालांकि इस कहानी में थोड़ा ट्विस्ट है और वो ये है कि शख्स ने ऐसा दुख या सदमे में नहीं किया बल्कि अपने स्वार्थ की वजह से किया।
पैसे के लिए नहीं किया अंतिम संस्कार
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक महिला का नाम हेल्गा मारिया हेंगबर्थ था। उसकी मौत होने के 6 साल बाद तक उसके बेटे ने मां की लाश को घर में ही रखा और उसके साथ जीता रहा। पड़ोसियों को उसने बताया कि मां जर्मनी में अपने घर चली गई है, लेकिन असलियत में तो वह मर चुकी थी। शख्स इसलिए ऐसा कर रहा था क्योंकि वो मरी हुई मां के नाम की पेंशन उठा रहा था। 6 सालों में उसने करीब £156,000 यानि 1 करोड़ 59 लाख रुपये से भी ज्यादा रुपये मां के शव से ही हासिल कर लिए।
कैसे सामने आई सच्चाई?
जब हेल्गा ने पिछले 6 सालों में अपने हेल्थ कार्ड से कुछ भी क्लेम नहीं किया, तो इटैलियन अधिकारियों को शक हुआ। जिसके चलते उन्होंने घर पर जब रेड डाली तो 60 साल का बेटा वहां नहीं था लेकिन पुलिस को बिस्तर पर लपेटी और पैक की हुई एक डेड बॉडी मिली, जो हेल्गा की थी। ऑटोप्सी के बाद पता चला कि हेल्गा 6 साल पहले ही मर चुकी थी। अब पुलिस से जांच कर रही है कि वो डेडबॉडी के ज़रिये कैसे पेंशन क्लेम करता रहा।