15 अगस्त नजदीक आ रहा है.15 अगस्त यानि भारत देश का स्व्तंत्रता दिवस। ऐसे में बीते कुछ दिन पहले ही भोपाल में आतंकी गतिविधियों से जुड़े कई संदिग्धों को एनआईए ने पकड़ा था। ऐसे गंभीर हालातों के बीच कल दोपहर इंदौर के सी-21 मॉल की लिफ्ट में बम की सूचना पुलिस को दी गई. विजय नगर टीआई ने हड़बड़ाहट में बम निरोधक टीम को भी बुला लिया, लेकिन संदेह के आधार पर जैसे ही उन्होंने सूचना देने वाले को क्रॉस चेक किया तो उस फ़ोन करने वाले शख्स का झूठ बाहर आया।
टीआई ने लिया एक्शन
खबर झूठी साबित हुई, और अब जब अफवाह फैलाने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है, तो उसके खिलाफ पुलिस क़ानूनी जांच पड़ताल में लगी हुई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, विजय नगर के टीआई रवींद्र सिंह गुर्जर हर रोज़ की तरह अपना ऑफिस का काम कर रहे थे और इसी बीच ठीक 1:35 बजे उनके पास भोपाल से एक फोन आया जिसके बाद यह हलचल शुरू हो गई।
पुलिस को आया एक फोन
खबर सामने आई हैं कि डॉयल 100 को एक कॉल करने वाले ने सूचना दी कि एबी रोड स्थित सी-21 मॉल की लिफ्ट में बम है। सामने वाले ने सूचना देने वाले का नंबर देकर फोन काट दिया. टीआई गुर्जर ने भी बिना देर किए बम निरोधक दस्ते को सूचना दे दी कि क्योंकि 15 अगस्त की तारीख सिर पर है। ऐसे में वो किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बर्त सकते हैं। वो स्वयं स्थान पर जाने के लिए तैयार होने लगे। हालाँकि, उन्हें कुछ संदेह हुआ और गड़बड़ लगीं थीं और उन्हें तुरंत पता लग गया कि आखिर ये हो क्या रहा हैं।
ऐसे सामने आया पूरा मामला
टी आई ने दिए गए नंबर पर फ़ोन लगाने के बारे में सोचा। हैलो शब्द की आवाज़ सुनकर टीआई को सारा किस्सा धीरे धीरे समझ आने लगा। उन्होंने फोन पर बात करते हुए ही ये परख लिया की ये तो मसला ही कुछ दूसरा हैं। उसके बाद जब असलियत पुलिस के सामने आये तोह उनके भी होश उड़ गए। वो खुद हैरान रह गए।
जांच पड़ताल के दौरान यह पता चला कि यह धमकी किसी आतंकी या किसी ऐसे संगठन की और से नहीं बल्कि उसी C21 मॉल में ही काम करने वाले एक व्यक्ति की और से हैं। जो कि टाइम पर अपना वेतन न मिलने की बात से परेशन था। पुलिस द्वारा उससे फ़ोन पर कुछ सवाल पूछे गए जो की ये थे, सूचनाकर्ता कहां खड़ा हैं? कैसे कपड़े पहने हैं? उसके बाद पुलिस मोके पर ही पुलिस स्टेशन से रावण हुई और उस शख्स को थाने बुलवा लिया गया।
बम की खबर निकली फ़र्ज़ी
माल में बम होने की ये बात झूठी निकली। पुलिस ने झूठी सूचना देने वाले पर सख्त कदम उठाते हुए कार्रवाई कर उसे रिहाह भी कर दिया गया हैं। अपनी सैलरी न मिलने के कारन उस आदमी ने ये काम किया।