दुनिया में कई सारी चीजें आज भी रहस्य ही बनी हुई हैं। जहां वैज्ञानिकों ने कुछ रहस्यों से पर्दा उठाया है ताे वहीं कुछ रहस्यों को वह खुद ही नहीं सुलझा पाए हैं। दुनिया में कई ऐसे रहस्यमयी चीजें आपको मिल जाएंगी जिन्हें वैज्ञानिक सुलझोन में नाकाम साबित हुए हैं। इन्हीं रहस्यों के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं दुनिया के रहस्यों के बारे में-
1.साकसेगेमन मंदिर
साकसेगेमन मंदिर एक पौराणिक मंदिर है जो पेरु में स्थिति है। बड़े-बड़े पत्थरों की एक दीवार इस मंदिर के परिसर में है। इस मंदिर की इस दीवार में सारे पत्थर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। लेकिन आज तक किसी को नहीं पता चल पाया है कि आखिर इस दीवार में पत्थरों को कैसे जोड़ा गया है। यह दीवार हजारों साल पहले बनाई गई थी और इसके लिए इन पत्थरों को बहुत ही बारीकी से तराशा गया है जिससे वह एक दूसरे के ऊपर लगाए जा सके।
2. टिवानाकु
टिवानाकु जगह बोलिविया में है और इसको दुनिया की रहस्मयी शहरों की लिस्ट में गिना जाता है। इस शहर को लेकर कहा जाता है कि यहां पर एक आबाद शहर हजारों साल पहले हुआ करता था। यहां पर एक दरवाजा है जिसे गेट ऑफ सन के नाम से भी जाना जाता है। वैज्ञानिक कहते हैं कि उस समय ग्रहों की स्थिति का पता इसी गेट की मदद से लोग लगाते थे। लेकिन अभी तक वैज्ञानिकों ने इसकी सही तरीके से पुष्टि नहीं की है।
3. योनागुनी
योनागुनी एक जापान का डूबा हुआ शहर है। जिसकी तलाश वहां के ही गोताखोर किहाचिरो अराताके ने की थी। इस शहर के बड़े से ढांचे की खोज उन्होंने समुद्र में की थी। ऐसा कहा जाता है कि 10 हजार साल पहले यह ढांचा समुद्र में डूबा था। वैज्ञानिक इस ढांचे को देखकर कहते हैं कि जब गुफाओं से पहली बार पाषाण युग में इंसान बाहर आऐ थे तब उन्होंने यह ढांचा बनाया होगा। वैज्ञानिकों ने यह सिर्फ अनुमान ही लगाया है इसका कोई सटीक वजह नहीं बताई।
4. कोस्टा रिका
कई विशाल गेंदे कोस्टा रिका में पत्थर की हैं। पौधों की रोपाई साल 1930 में की गई थी उसी दौरान उनकाे पाया गया था। इस पत्थर की सारी ही गेंदें बिल्कुल ही गोल आकार की हैं। इन गेंदों को किसने बनाया, क्यों बनाया इस पर अभी तक रहस्य बना हुआ है। पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि सोना इन गेंदों में था।
5. मिस्त्र
मिस्त्र में जब खुदाई की गई थी तब वहां पर एक बड़ा सा स्तंभ मिला था। इस स्तंभ की लंबाई 42 मीटर की है और इसका वजन 1200 टन का है। इतिहासकार कहते हैं कि निर्माण के दौरान पत्थर में दरार आ गई थी जिसके बाद स्तंभ को पूरा नहीं बनाया गया। इस बात का रहस्य अभी तक भी बना हुआ है कि इस विशाल स्तंभ को कैैसे उठाया जाता होगा।