जिस ताबूत में मृत युवती को दफनाया गया था वही से शव दफनाने के अगले दिन से ही ताबूत से आ रही आवाजों को सुनकर चौकीदार हैरान रह गया। जानकारी के अनुसार आज से पहले वो कभी नहीं डरा था, लेकिन ताबूत से बार-बार आने वाली आवाजों से वह डर गया। उसमें ताबूत खोलने की हिम्मत नहीं थी। उस जगह से दो-तीन दिन तक आवाजें आती रहीं और चौकीदार के साथ किसी की भी हिम्मत नहीं हुए की कोई खड़ा नहीं रह सका।
उसने बच्ची की मां को फोन कर मामला बताया गया। जिसके बाद ताबूत खोदा गया अचानक हर कोई हैरान रह गया। जब शव को ताबूत में रखकर दफनाया गया तो कोई चोट नहीं थी..लेकिन जब उसे खोदा गया तो शरीर चोटों से भरा था। शरीर को ढकने वाले सारे कपड़े खून से सने हुए थे। स्थिति देखकर उसकी माँ टूट गयी, जिसको देखने इ बाद महिला रोने लगी।यह घटना उत्तरी ब्राज़ील में हुई, जिसको अब लगभग पांच साल हो गए हैं।
यह खबर हाल ही में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। जनवरी 2018 में 37 साल की रोसेंगेला अल्मेडा नाम की महिला को अचानक दिल का दौरा पड़ा। परिजन तुरंत अस्पताल पहुंचे। उसकी जांच करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि वह पहले ही मर चुकी थी। मृत बताकर मृत्यु प्रमाण पत्र भी दे दिया गया। शव को श्मशान में ताबूत में रखा गया और अंतिम संस्कार किया गया।
लेकिन अगले दिन से ताबूत से आने वाली आवाजें सुनकर चौकीदार हैरान रह गया, लेकिन चौकीदार ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। अब हर दिन वही आवाजें आ रही थीं, इसलिए वह कब्रिस्तान में हर कब्र पर गया और उसकी जांच की। 11 दिनों के बाद जांच की गई। मामला सुन सभी हैरान रह गए। दफनाए गए ताबूत को बाहर निकाला गया और खोला गया। अंदर युवती अपने हाथों को खून से सना देखकर सदमे में आ गई।
दफनाने के समय शव को बिना किसी चोट के दफनाया गया था, लेकिन बाद में वह खून से लथपथ हो गया। उन्होंने डॉक्टरों की बात पर विश्वास कर लिया कि वह मर चुकी है और जब अंतिम संस्कार किया गया तो पाया गया कि वह जिंदा थी। पता चला कि उसने ताबूत खोलकर बाहर निकलने की बहुत कोशिश की।
लेकिन जब युवती को बाहर निकाला गया तो वह जीवित नहीं थी। ब्राज़ीलियाई कानूनों के तहत यह एक बड़ा अपराध है। इसमें तीन साल की कैद की सजा है। इस घटना पर हर किसी की आंखों में आंसू आ गए कि अगर दफनाने के समय उसे ढूंढ लिया गया होता और बाहर निकाल लिया गया होता तो युवती जीवित होती। घटना अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।