हिंदू धर्म में सावन के महीने का खास महत्त्व होता है और सावन का महीना पूरी तरह से महादेव को समर्पित होता है, क्योंकि यह महादेव को बेहद प्रिय है। जी हां यही वजह है कि इस महीने भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है। बता दे कि ज्योतिषियों के अनुसार इस साल सावन का महीना 14 जुलाई 2022 से शुरू होकर 12 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा पर समाप्त होगा और इस महीने कुंवारी लड़कियां योग्य वर प्राप्त करने के लिए सावन के सोमवार के व्रत रखती है।
इसके सा थसावन मास में सुहागिन महिलाओं को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ कुछ काम जरूर करना चाहिए। इससे उनका वैवाहिक जीवन सुखी रहता है और अखंड सौभाग्य का वर मिलता है। आइए आपको बताते हैं कि कौन से है वो काम जिसे करने से अंखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
सुहागिन महिलाओं को पूरे महीने प्रतिदिन सुबह स्नान के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।इसके बाद ही कुछ ग्रहण करना चाहिए। इससे महादेव और मां पार्वती दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
भगवान शिव और पार्वती का पूजन नियम से करना चाहिए। ऐसा करने से मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। कहते हैं इस महीने में ही माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव उनसे विवाह के लिए राजी हुए थे।
सावन के प्रत्येक सोमवार के दिन महिलाओं को सुहाग का सामान माता पार्वती को अर्पित करना चाहिए और जरूरतमंद को दान भी करना चाहिए। इससे माता रानी प्रसन्न होकर अखंड सौभाग्य का एवं पति की दीर्घायु का आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
सुहागिन महिलाओं को सावन के महीने में मेहंदी जरूर लगाना चाहिए, क्योंकि इनके लिए मेंहदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे माता पार्वती अति प्रसन्न होती हैं।
महिलाओं को हरे रंग की चूड़ियां पहननी चाहिए। इससे मां गौरी अत्यंत प्रसन्न होती हैं, क्योंकि उन्हें प्रकृति का हरा रंग बहुत प्रसन्न है।तथा सावन का महीना भी हरियाली से भरा होता है।