वैसे तो आए दिन देश के अलग-अलग राज्यों में सांपों के मिलने के मामले सामने आते रहते हैं लेकिन इन दिनों बिहार के सीवान इलाके में दोमुंहा सांप निकलने का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। ये कोई साधारण सांप नहीं है, ऐसे बहुत कम लोग है जो जानते है कि दोमुंहा सांप की इंटरनेशलन लेवल पर बहुत डिमांड है और इसलिए इस सांप की कीमत भी करोड़ों में है।
रेड सेंड बोआ स्नेक
ये सांप कई सालों बाद सीवान में पाया गया है जबकि इस प्रजाति के सांप ज्यादातर राजस्थान के मरूस्थीय इलाकों में हीं पाए जाते हैं। भारत में जहां इस सांप को दोमुंहा सांप कहा जाता है लेकिन इसका वैज्ञानिक नाम रेड सेंड बोआ स्नेक है। ये दुर्लभ प्रजाति का सांप भारत, पाकिस्तान और ईरान में ही पाया जाता है। हालांकि इस सांप की मांग विदेशों में भी बहुत ज्यादा है।
करोड़ों में है एक सांप की कीमत
इंडिया में पाए जाने वाले इस सांप की इंटरनेशलन मार्केट में खूब डिमांड है और इसी वजह से इसकी कीमत भी करोड़ों में है। इंडिया के कई राज्यों में इसकी स्मगलिंग होती है जिसमें खासतौर पर बिहार, बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और हरियाणा शामिल है। इस सांप को विदेशों में 3 करोड़ से लेकर 25 करोड़ तक की कीमत में बेचा जाता है और ब्लैक मार्केट में इस सापं की सबसे ज्यादा मांग है।
क्यों कहा जाता है दोमुंहा सांप
इसका नाम दोमुंहा सुनकर आप सोच रहे होगें कि जरूर इस सांप के दो मुंह होते हैं। मगर ऐसा नहीं है। दरअसल, इस सांप की पूंछ की बनावट कुछ इस तरह है कि वो मुंह की तरह दिखाई देती है और खतरा होने पर ये अपनी पूछं को मुंह की तरह ऊपर की तरफ भी खड़ा कर लेता है। इसी वजह से इसका नाम दोमुंहा सांप पड़ा है और उनको लेकर कई मिथक है जिसकी वजह से इनकी संख्या लगातार कम हो रही है।
इंसानों से दूर रहता है यह सांप
बता दें कि रेड सेंड बोआ स्नेक मनुष्यों से दूर भागता है और ये सिर्फ चूहे, कीड़े-मकोड़े और छोटे जानवरों का ही शिकार करता है। इस सांप की सबसे खास बात ही ये है कि ये ऐसा अनोखा सांप है जिससे इंसानों को कोई खतरा नहीं होता है। आज तक एक भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है जिसमें दोमुंखी सांप ने किसी इंसान को काटा हो।
संरक्षित जीव है यह सांप
भारत सरकार ने रेड सेंड बोआ स्नेक वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 में अन्य पांच जीवों के साथ इसे भी संरक्षित जीवों की श्रेणी में रखा था। इसके पाए जाने पर वन विभाग को जानकारी देना अनिवार्य है। इसको मारना और तस्करी करना कानूनी अपराध है। वहीं, वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट का कहना है कि ये सांप शांत प्रवृति का होता है, जिसमें जहर की मात्रा ना के बराबर होती है।