अभी अपने देश में साक्षी हत्याकांड की तस्वीरें और वीडियो सभी को हैरान कर रहे है, लेकिन आज हम आपको साक्षी हत्याकांड से पहले की एक घटना के बारे में बताने वाले है, जिसने सभी को हैरान कर दिया था। हाल ही के दिनों में अपने देश में चाकू से मार कर हत्या करने की काफी घटना सामने आई है। इन घटनाओं ने एक नए प्रकार के जुर्म को जन्म दिया है, पर इससे पहले भी अपने देश के बाहर ऐसे एक घटना के मामले में भारतीय को उम्रकैद की सजा मिल चुकी है।
न्यूजीलैंड में अपनी गर्भवती प्रेमिका की चाकू से हमला कर हत्या करने वाले एक भारतीय छात्र को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। जब ये मामला तेजी से सभी के सामने आया तो कई बाते सामने निकल कर आई। शख्स ने अपनी गर्भवती प्रेमिका की चाकू मारकर इस कारण मारा क्योंकि उसने उसे बताया था कि बच्चा उसका नहीं है। जानकारी के मुताबिक यह जोड़ी 12 महीने से गुपचुप तरीके से डेटिंग कर रही थी। शख्स का नाम आकाश है जिसकी उम्र 24 साल है।
आकाश तब टूट गया जब उसकी प्रेमी जिसका नाम गुरप्रीत कौर ने उसे बताया कि बच्चा उसका नहीं है और वह रिश्ता खत्म करना चाहती है। मेथम्फेटामाइन पर उच्च, उसने उसे 29 बार चाकू मारा और शव को ऑकलैंड के दक्षिण में सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। जब इस बात की सूचना पुलिस को लगी तो उन्होंने आपने जांच में पाया कि मामला प्यार का और दोनों के बीच किसी बात को लेकर आपस में नोक-झोक थी।
मामला ऑकलैंड उच्च न्यायालय में चला वहां के न्यायाधीश मैथ्यू पामर ने कहा कि आकाश नाम वाले व्यक्ति ने 22 वर्षीय गुरप्रीत कौर की हत्या में क्रूरता की सभी हरकते पार कर दी थी। आरोपी ने शुरू में दोषी नहीं होने का अनुरोध किया था, लेकिन गिरफ्तार होने के चार महीने बाद अगस्त में उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
पामर ने कहा कि तथ्य यह है कि कौर 7 से 10 सप्ताह की गर्भवती थी, अपराध को बढ़ा दिया और उसकी मौत को उसके परिवार के लिए और भी दर्दनाक बना दिया। आपने न केवल गुरप्रीत कौर की हत्या की और उसके परिवार को उसके अस्तित्व से वंचित कर दिया, बल्कि आपने उसे और उसके परिवार को एक और जीवन की संभावना से वंचित कर दिया। उस समय आकाश को कम से कम 17 साल की सलाखों के पीछे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।