दिवंगत पोंटी चड्ढा के 15 हजार करोड़ रूपए के वेव ग्रुप का अब बंटवारा होने जा रहा है। छोटे भाई राजिंदर चड्ढा और बेटे मनप्रीत सिंह चड्ढा के बीच में इसका बंटवारा होगा। इस बात की जानकारी दो सूत्रों के हवाले से आई है। लॉ फर्म AZB ऐंड एसोसिएट्स की सलाह पर ही वेव ग्रुप के बंटवारे की योजना बनाई है।
इस जानकारी के अनुसार मनप्रीत सिंह चड्ढा को वेव ग्रुप का 64 पर्सेंट हिस्सा मिलेेगा। ग्रुप का जो रियल एस्टेट कारोबार है वह सारा मनप्रीत सिंह के पास जाएगा। साथ ही मनप्रीत को ग्रुप की चीनी मिलें, मॉल और बेवरेज प्लांट्स ही मिलेंगे। राजू चड्ढा को वेव ग्रुप का 36 पर्सेंट हिस्सा मिलेगा।
उनके हिस्से में शराब का कारोबार भी आएगा। बता दें कि बंटवारे में ग्रुप का शराब डिस्ट्रीब्यूशन, डिस्लिरी और ब्रुवरीज बिजनस दिया जाएगा। इसके साथ ही राजू चड्ढा को 41 मंजिला इमारत वेव वन जो नोएडा 18 स्थित भी हिस्सा में आएगा। इतना ही नहीं इसमें 20 लाख वर्ग फुट का बिल्ट-अप एरिया है जो वो भी मिलेगा।
वेव ग्रुप के बंटवारे की योजना में जुड़े एक शख्स ने कहा, उत्तर प्रदेश्ा और पंजाब में बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क शराब कारोबार में शामिल है। शराब के इस कारोबार में डिस्टिलरी के दो हैं और ब्रुवरी का एक शामिल है। इन पूरे हिस्से पर राजू चड्ढा ही नियंत्रण करेंगे। साथ ही उनके पास फिल्म प्रॉडक्शन और वितरण कारोबार भी रहेगा।
वेव ग्रुप के प्रवक्ता से जब इस जानकारी पर बात हुई तो उन्होंने कुछ भी बताने से मना कर दिया। इस मामले पर बात करते हुए उन्होंने कहा, यह परिवार का अंदरुनी मामला है। साथ ही बंटवारे की पुष्टि करते हुए राजू चड्ढा के प्रवक्ता ने कहा कि इस पर कोई भी विवाद नहीं हुआ है। सब कुछ दोस्ताना माहौल में ही इसका फैसला लिया गया है। आगे उन्होंने बताया कि, समझौते पर दोनों पक्षों ने दस्तखत कर दिए हैं।
कुलवंत सिंह चड्ढा ने 1963 में शराब वितरण कंपनी के तौर पर इस कारोबार की स्थापना की थी। वेव ग्रुप का बिजनस पोंटी चड्ढा के समय पर अलग-अलग क्षेत्रों में फैला। पोंटी चड्ढा की मौत 2013 में हो गई थी उनके बाद बिजनस मनप्रीत और राजू चड्ढा ने मिलकर संभाला। पोंटी चड्ढा की मौत के बाद मनप्रीत को वेव ग्रुप का वाइस चेयरमैन बनाया और राजू चड्ढा को चेयरमैन बनाया। शुगर मैन्युफैक्चरिंग, डिस्टिलरी और ब्रुवरी, इंफ्राटेक यानी रियल एस्टेट, बेवरेजेज, एजुकेशन और एंटरटेनमेंट क्षत्रों में वेव ग्रुप का कारोबार फैला।
ग्रुप में रियल एस्टेट का सबसे बड़ा कारोबार है। इसपर जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया है कि जमीन सहित रियल एस्टेट बिजनस की कुल वैल्यू 9,000 करोड़ रुपए है। बात करें चीनी मिलों की तो ग्रुप के पास उत्तर प्रदेश में 7 हैं। ग्रुप का बेवरेज प्लांट पंजाब के अमृतसर में है। यह कोका कोला इंडिया की 9 फ्रेंचाइजी में से एक है। मनप्रीत को लुधियाना और जम्मू के मॉल छोड़कर सारे मिलेंगे।
पंजाब में एक चीनी मिल और पेपर मिलें हैं जो राजू चड्ढा के हिस्से में जाएंगी। एबी शुगर लिमिटेड के नाम से राज्य में उसकी एक डिस्टिलरी यूनिट है। कंपनी का एक डिस्टिलरी और ब्रुवरी प्लांट है जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में है। इसे ऑपरेट वेव डिस्टिलरीज ऐंड ब्रुवरीज करती है। देश की सबसे बड़ी बीयर कंपनी यूनाइटेड ब्रुवरीज के साथ कंपनी ने इसकी 80 पर्सेंट कैपेसिटी समझौता किया है। किंगफिशर ब्रांड का मालिकाना हक भी यूनाइटेड ब्रुवरीज के पास ही है।