No Trouser’s Day: दुनिया के कई इलाकों में इस समय कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। यूरोप के कई देशों में तो पानी को बर्फ बना देने वाली ठंड पड़ रही है। ऐसे में लोग ठंड से बचने के लिए मोटे और ऊनी कपड़े पहन रहे है। लेकिन इस तरह की रुह कंपा देने वाली ठंड में अगर लोग बिना कपड़ों के बाहर निकल जाए तो ऐसे लोगों को आप क्या कहेंगे। पर यहां एक दो लोग नहीं बल्कि पूरा लंदन बिना पतलून के घूम रहा है। ये अजीबोगरीब नजारा रविवार के दिन लंदन मेट्रो में दिखा, जहां लोगों ने कमर से ऊपर तो पूरे कपड़े पहन रखे हैं, पैरों में भी जूते-मोजे डाल रखे हैं, मगर कमर से नीचे सिर्फ एक इनरवियर। जी हां, लंदन मेट्रो के इस नजारे ने पूरी दुनिया के होश उड़ा दिए हैं। तो आइए इसके पीछे की वजह पर भी नजर डाल लेते हैं।
लंदन मेट्रो में बिना पैंट के घूमते दिखे लोग
इस अजीबोगरीब ट्रेंड का नाम “नो ट्राउजर्स डे” और “नो ट्राउजर्स ट्यूब राइड” है। साल 2002 में यह ट्रेंड न्यूयॉर्क में शुरू हुआ लेकिन अब ये पूरी दुनिया में फैल चुका है। बीते रविवार को लंदन के वाटरलू, चाइनाटाउन, वेस्टमिनिस्टर और साउथ केनसिंगटन जैसे मेट्रो स्टेशनों पर सैकड़ों पुरुष और महिलाएं ऐसे दिखीं जिन्होंने कमर के नीचे इनरवियर के अलावा पैंट या जिंस कुछ भी नहीं पहना था। आपको बता दें कि जनवरी 2002 में न्यूयॉर्क में महज सात लोगों ने मिलकर ये ट्रेंड शुरू किया था और अब इसे दुनिया भर में अपनाया जा रहा है। इस साल लंदन के ‘नो ट्यूब ट्रॉउजर डे’ कार्यक्रम में हजारों लोगों ने भाग लिया।
किसका था आइडिया?
इस बीच नो ट्रॉउजर डे पर लंदन में लोगों ने प्लेटफार्म पर पोज दिए और सेल्फी भी ली, जो इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वहीं आपको बता दें कि नो ट्यूब ट्रॉउजर डे का आइडिया कॉमेडियन चार्ली टॉड का था। उन्होंने इसे लेकर ये बताया, “इसका पूरा उद्देश्य खुशी, आनंद और भ्रम के अप्रत्याशित क्षण बनाना है। मैं इस परंपरा को जीवित देखकर बहुत खुश हूं। इसका उद्देश्य थोड़ा हानिरहित मनोरंजन करना है।” लंदन के अलावा नो ट्यूब ट्रॉउजर डे वार्सा, प्राग, बर्लिन, येरुशलम और वाशिंगटन डीसी में मनाया जा चुका है।