हमारा रोज़ का एक पर्टिकुलर शेड्यूल बना हुआ हैं सुबह सूरज निकलते ही उठना शाम को सूरज ढलते ही सोना। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि अगर सूरज निकले ही ना रात को चाँद आये ही ना तो आप सुबह शाम का पता कैसे लगाएंगे? हम कब आराम करते और कब काम करना शुरू कर देते। वो तो दिन-रात का कॉन्सेप्ट होने की वजह से ही हमारी ज़िंदगी इतने व्यवस्थित ढंग से चल पाती है, वरना बड़ी मुश्किल हो जाती. हालांकि आज हम आपको ऐसी ही जगह के बारे में बताएंगे, जहां कुछ महीनों तक दिन-रात होते ही नहीं हैं।
नॉर्वे में एक ऐसा आइलैंड है, जहां साल में कुछ महीने ऐसे गुजरते हैं, जिसमें सूरज ढलता ही नहीं है। सोचिए, जब सूरज नहीं ढलेगा तो आखिर कोई कैसे अपनी लाइफ साइकिल को ढंग से जी पाएगा। अजीब बात ये है कि कुदरत का ये अनोखा नज़ारा आर्कटिक सर्किल में पड़ने वाले आइलैंड Sommarøy में देखा जाता है।
70 दिन तक 24 घंटे उगा रहता है सूरज
इस जगह पर मई से लेकर जुलाई तक कुल 70 दिन ऐसे होते हैं, जहां सूरज डूबता ही नहीं है। फिर अगले 3 महीने ऐसे होते हैं, जब सूरज निकलता ही नहीं है। यानि 70 दिन 24 घंटे उजाला रहता है और 3 महीने 24 घंटे अंधेरा। ये अजीबोगरीब दिन-रात का चक्र यहां रहने वाले 300 नागरिक झेलते हैं और ये उनके लिए काफी मुश्किल होता है। ऐसे में वो लगातार इस बात की मांग कर रहे हैं कि उनके इलाके को दुनिया का पहला टाइम फ्री ज़ोन घोषित कर दिया जाए।
24 घंटे तक चलता रहता है कामकाज
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक यहां के निवासी टाइमफ्री ज़ोन होने के लिए कैंपेन चला रहे हैं। उनके मुताबिक 70 दिन उनके लिए समय मायने ही नहीं रखता। वे रात के 2 बजे भी घर पेंट कर सकते हैं, सुबह 4 बजे भी सस्विम कर सकते हैं। यहां के लोग अपने बिजनेस और काम के लिए घड़ी का सहारा नहीं लेते। हालांकि होटल और लॉज जैसे बिजनेस के लिए घड़ी का सहारा लिया जाता है फिर भी बहुत से लोगों का कहना है कि वे अपनी ज़िंदगी को फ्री होकर जीना चाहते हैं, ऐसे में उन्हें घड़ी की बंदिश नहीं चाहिए।