Nagvasuki Temple History: समुद्र मंथन से जुड़ा है Prayagraj के नागवासुकी मंदिर का रहस्य - Punjab Kesari
Girl in a jacket

Nagvasuki Temple History: समुद्र मंथन से जुड़ा है Prayagraj के नागवासुकी मंदिर का रहस्य

Nagvasuki Temple History: प्रयागराज का नागवासुकी मंदिर प्रचीन मंदिरों में से एक है…

Nagvasuki Temple Prayagraj f

प्रयागराज के दारागंज स्थित नागवासुकी मंदिर प्रचीन मंदिरों में से एक है

Nagvasuki Temple Prayagraj 7

माना जाता है कि समुद्र मंथन के बाद नागराज वासुकी घायल हो गए थे इसलिए भगवान विष्णु ने उन्हें प्रयागराज जाने को कहा था

Nagvasuki Temple Prayagraj 11

इसके बाद नाग वासुकी प्रयागराज के दारागंज में उत्तरी-पूर्वी छोर पर रहने लगे और इसी जगह पर नागवासुकी मंदिर बना दिया गया

Nagvasuki Temple Prayagraj 2

माना जाता है कि यहां पर दर्शन करने से कालसर्प दोष दूर होता है

Nagvasuki Temple Prayagraj 3

कुंभ, अर्धकुंभ, माघ मेला, नागपंचमी और सावन के महीने यहां श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है

Nagvasuki Temple Prayagraj 9

कहा ये भी जाता है कि मुगल सम्राट औरंगज़ेब ने अपने शासनकाल में इस मंदिर पर आक्रमण किया था

Nagvasuki Temple Prayagraj 6

लेकिन मंदिर पर आक्रमण के दौरान औरंगज़ेब की तलवार नहीं चली और वह बेहोश हो गया था

Nagvasuki Temple Prayagraj

कहा जाता है कि नागवासुकी मंदिर के दर्शन के बगैर प्रयागराज की परिक्रमा पूरी नहीं मानी जाती

Nagvasuki Temple Prayagraj 4

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। Punjab Kesari इसकी पुष्टि नहीं करता है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

5 + fifteen =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।