शिवजी को प्रसन्न करने और व्रत रखने कई महत्वपूर्ण नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है। इन नियमों का पालन करने से महाशिवरात्रि व्रत का पूरा फल मिलता है और भगवान शिव की कृपा भी बनी रहती है।
महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी 2023 दिन शनिवार को है। इस दिन आप भगवान शिव की पूजा करें और व्रत रखें। व्रत के समय महाशिवरात्रि कथा को सुनें। इससे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होकर आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति करेंगे।
इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार इस शनिवार यानी 18 फरवरी की रात 8.03 मिनट पर शुरू होगा और अगले दिन रविवार को यानी 19 फरवरी को शाम 04:19 मिनट पर इसका समापन होगा।
महाशिवरात्रि व्रत के नियम
सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखें कि आप महाशिवरात्रि पर पूजा करने से पहले नहा लें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें। साथ ही इस दिन मीठ-मास खाने से बचना चाहिए। व्रत रखने वाले को स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और भगवान के भोजन या स्थान को छूठन और गंदगी से बचा कर रखें।
महाशिवरात्रि के व्रत में क्या खा सकते
इस उपवास को खोलते समय आप साबूदाना खिचड़ी, सिंघाड़े का हलवा, कुट्टू के आटे की पूड़ी, सामा के चावल, आलू का हलवा खा सकते हैं।
इसके साथ शाम को व्रत की समाप्ति के समय भगवान शिव की पूजा करें फिर महाशिवरात्रि की व्रत कथा अवश्य पढ़ें या सुनें। वैसे तो महाशिवरात्रि के मौके पर भगवान शिव को ठंडाई का भोग लगाया जाता है। ठंडाई भांग मिलाया जाता है, जो कि शिव जी को बेहद पसंद है। ठंडाई का भोग लगाने से भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं। भोग लगाने के बाद भगवान शिव से हाथ जोड़कर प्रार्थना करें इसके साथ इस मंत्र का जाप करें।।
श्री रुद्राय नम:।।
जाप के स्थान को भी भलिभांति साफ कर लेना चाहिए और एक स्वच्छ आसन पर बैठकर ही जाप करना चाहिए। भगवान शिव की छवि मन में रखे और 108 बार जाप करें।