प्यार और जंग में
सब जायज होता हैं आपने भी यह सुना और देखा होगा। प्यार के लिए लोग सीमा पार कर
जाते है। इसका जीता जागता उदाहरण पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर और भारत से पाकिस्तान गई अंजू हैं। अब एक बार
फिर ऐसी ही कहानी सामने आई है. जो लोगों की चाय की चुस्की लेते हुए हॉट टॉपिक बना
हुआ है। अब हो भी क्यों ना, जब एक महिला अपने प्यार के लिए कोरिया की लड़की उत्तर प्रदेश
के शाहजहांपुर के रहने वाले सुखजीत के साथ शादी के बंधन में बंध गई।
कॉफी शॉप पर काम
करते हुए हुआ प्यार
यह कहानी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के रहने वाले सुखजीत सिंह और दक्षिण कोरिया की
किम-बोह-नी की हैं। जिनकी लव स्टोरी कॉफी शॉप से शुरू होती है। दरअसल 4 साल पहले
काम की तलाश में 28 वर्षीय सुखजीत दक्षिण कोरिया गया था। जहां पर वह एक कॉफी शॉप
पर काम करता था। वहीं 30 साल की किम-बोह-नी भी उसी कॉफी शॉप पर बिलिंग सेक्शन पर
काम किया करती थी और इसी दौरान देखते ही देखते दोनों के बीच प्यार हो गया।
प्यार के लिए चार
महीने में सीखी कोरियन भाषा
सुखजीत और किम-बोह-नी
एक दूसरे को पसंद तो करने लगे लेकिन दोनों के बीच भाषा एक दिक्क्त थी। क्योंकि ना
ही सुखजीत कोरियन भाषा जानता था और ना ही किम हिंदी जानती थी। अपने प्यार को मजबूत
करने के लिए सुखजीत ने कोरियन लैंग्वेज क्लासेस
ली और तीन – चार महीने में उसे सीख भी लिया। बता दें कि सुखजीत ने किम के साथ लिव-इन-रिलेश्नशिप
में रहने के लिए अपने माता-पिता से इजाज़त मांगी थी। जिसके बाद दोनों 4 साल तक साथ
में ही रहे।
गुरुद्वारा में
की शादी, कोरिया में ही बसने का प्लान
4 साल साथ रहने
के बाद दोनों ने अपने रिलेशन को आगे बढ़ाते हुए शादी करने का फैसला लिया। जिसके
लिए सुखजीत भारत आ गया और उसके पीछे-पीछे सुखजीत की महबूबा किम भी 3 महीने के
टूरिस्ट वीजा पर 2 महीने के लिए भारत आ गई। किम दक्षिण कोरिया से दिल्ली से आई और दिल्ली से शाहजहांपुर पहुंची। जहां 18 अगस्त को दोनों ने पुवायां के गुरुद्वारा
नानक बाग में शादी रचा ली।
सुखजीत बताते है
कि किम 2 महीने से गांव उदाना में रह रही थी। 1 महीना और किम का उदाना में ही रहने
का प्लान है। जिसके बाद वह वापस अपने देश जाएगी। और दोबारा से भारत टूरिस्ट वीजा पर
भारत आएगी। हालांकि बाद में हम दोनों का दक्षिण कोरिया में ही बसने का प्लान है।