शविवार का दिन शनिदेव का पूजन अर्चन का विशेष दिन माना है। मान्यता है कि शनिदेव की कृपादृष्टि जिस भी इंसान पर होती है उसके सभी कष्टों का अंत हो जाता है साथ ही उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। लेकिन अगर जिस व्यक्ति से शनिदेव नाराज होते हैं उसे अपने जीवन में कई सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
इसी के चलते आप शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा होने की वजह से भूलकर भी कोई ऐसी गलती ना करें जिससे शानि क्रोधित हो जाए। आज हम आपको शनिवार से जुड़ी कुछ ऐसी मान्यताओं के बारे में बताने वाले हैं जिनका आप ध्यान रखें तो शनिदेव आपसे कभी नाराज नहीं होंगे।
1.तेल
शनिवार के दिन सरसों का तेल न खरीदें। हालांकि इस दिन सरसों के तेल का दान करना अच्छा होता है। इससे काले श्वान को सरसों के तेल से बना हलुआ खिलाने से शनि की दशा टलती है। ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि शनिवार के दिन सरसों या किसी भी पदार्थ का तेल खरीदने से वह रोगकारी हो जाता है।
2.नमक
शनिवार के दिन भूलकर भी नमक न खरीदें। क्योंकि इस दिन नमक खरीदने से घर पर कर्ज होता है।
3.काले तिल
काले तिल का प्रयोग पूजा में किया जाता है। काले तिल का उपयोग शनिदेव की दशा टालने और काले तिल का दान,पीपल के पेड़ पर काले तिल चढ़ाने का नियम है,लेकिन शनिवार के दिन कभी गलती से भी काले तिल नहीं खरीदने चाहिए। ऐसा कहा जाता है शनिवार के दिन काले तिल खरीदने से कोई भी कार्य पूरा नहीं हो पता है।
4.काले जूते
शरीर के लिए जितने जरूरी कपड़े हैं उतने ही जूते भी हैं। इसमें से ज्यादातर लोग तो आज भी काले रंग के जूते पहनना पसंद करते हैं। यदि आपको काले रंग के जूते खरीदने हैं तो शनिवार के दिन आप इन्हें न खरीदें। ऐसा कहा जाता है कि शनिवार को खरीदे गए काले जूते पहनने वाले को अपने कार्य में असफलता दिलाते हैं।
5.लोहे का सामान
शनिवार के दिन लोहे का बना हुआ सामान भी नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि इस दिन लोहे का सामान खरीदने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं। शनिवार को लोहे का सामान खरीदने के बदले लोहे की चीजों का दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शनिवार के दिन लोहे का सामान दान करने से शनिदेव की कोप दृष्टि निर्मल होती है।