इस कलियुग के जागृत देवता के रूप में हनुमानजी को माना गया है। ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि बंजरग बली अपने भक्तों के किसी भी तरह के कष्टों को दूर कर देते हैं। कहते हैं कि भक्त अगर सच्चे मन से हनुमानजी की पूजा करते हैं तो वह उनकी सारी मनोकामना पूरी करते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि किस तरह के कष्ट हनुमानजी की कौन सी साधना करने से दूर हो जाते हैं।
हनुमान चालीसा
हनुमान चालीसा का पाठ जो भी व्यक्ति सुबह और शाम करता है बजरंग बली उसकी सारी इच्छाएं पूरी करते हैं। कोई भी इंसान उस व्यक्ति को बांध नहीं सकता है। कारागार का संकट भी उस व्यक्ति पर नहीं आता है। बता दें कि गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीरामचरित मानस लिखी है लेकिन उन्होंने हनुमान चालीसा पहले लिखी थी। उसके बाद श्रीरामचरितमानस वह हनुमान जी की कृपा से लिखा पाए थे।
अगर अपने कुकर्मों की वजह से कोई भी व्यक्ति कारागार जला गया है या उसे सजा मिली है ताे वह हनुमान जी का संकल्प करे और क्षमा-प्रार्थना करके कहे कि वह किसी भी तरह को कोई कुकर्म आगे नहीं करेगा ऐसा वचन देते हुए 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ करे। अगर उस व्यक्ति पर हनुमान जी ने अपनी कृपा बना दी तो वह अपनी कारागार की सजा से मुक्त हो जाएगा।
बजरंग बाण
दुनिया में कई ऐसे इंसान हैं जो अपने व्यवहार या कार्य से दूसरे लोगों को नराज कर देते हैं। इसी वजह से वह लोग अपने शत्रु बढ़ा देते हैं। कई ऐसे भी लोग होते हैं जो स्पष्ट बोलते हैं जिसके कारण उनके गुप्त शत्रु बन जाते हैं। हालांकि आप हर काम अच्छे तरीके से करते हैं जिसकी वजह से आपकी तरक्की से कई लोग जल जाते हैं। यह लोग षड्यंत्र आपके विरुद्ध रच देते हैं।
अगर आप इस समय सच्चे हैं तो श्री बजरंग बाण आपको बचा लेगा और आपके शत्रुओं को दंड भी देगा। शत्रु को उसके किए की सजा बजरंग बाण से मिलती है। लेकिन अनुष्ठानपूर्वक इसका पाठ 21 दिन तक आपको करना होता है। साथ ही आपको सच्चाई के मार्ग पर चलने का हमेशा संकल्प भी लेना होगा। कहते हैं कि पवित्र लोगों का ही साथ हनुमानजी देते हैं। यह उपाए करने से आपको फल 21 दिनों में मिल जाएगा।
हनुमान बाहुक
अगर आपको बीमारियां हैं और आप इससे परेशान हो चुके हैं तो इसके लिए आप हनुमान बाहुक का पाठ 26 या 21 दिनों का करें। इसके लिए आप हनुमान जी की मूर्ति के आगे एक पात्र में जल रख दें और फिर पाठ करें। हर दिन उस जल को आप ग्रहण कर लें और दूसरा जल रख दें। आपके शरीर की समस्त पीड़ाएं हनुमान जी की कृपा से दूर हो जाएंगी।
हनुमान मंत्र
ऊं हं हनुमंते नमः का जाप 108 बार सुबह-शाम करने से अंधेरे या भूत-प्रेत या किसी भी प्रकार का भय दूर हो जाएगा। निर्भीकता का संचार आपके अंदर कुछ ही दिनों में हो जाएगा।
हनुमान मंदिर
हनुमान मंदिर में गुड़, चना हर मंगलवार एवं शनिवार चढ़ाएं। यह दान आप 21 दिन करें और 21 दिनों बाद आप चोला हनुमानजी को चढ़ा दें। ऐसा करने से आपके घर में सुख-शंात बन जाएगी।
मुक्ति मिलेगी शनि ग्रह पीड़ा से
ऐसा कहते हैं कि शनि और यमराज उस व्यक्ति का कुछ नहीं बिगाड़ सकते जिस पर हनुमान जी की कृपा होती है। हर मंगलवार हनुमान जी के मंदिर में जाएं और शराब व मांस का सेवन बिल्कुल न करें ऐसा करने से आप शनि ग्रह पीड़ा से मुक्त हो जाएंगे। इसके साथ ही सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ शनिवार के दिन करने से शनि भगवान प्रसन्न होकर आपकाे लाभदायक फल देंगे।