Leaving the job of a teacher: आजकल आपने कई कहानी ऐसी सुनी होगी, जिसमे कोई भी अपनी नौकरी को छोड़ कर अपना ही कोई काम शुरू करता है। हाल ही में एक कहानी सभी जगहों पर चर्चे की वजह बनी हुई है। एक शिक्षिका जिसने अपनी नौकरी को छोड़ कर अपनी इस दुनिया में एक नई पहचान बनाई है। कहते है ना ‘वही करो जिसके लिए दिल तैयार हो’ ठीक उस महिला ने ऐसा ही किया। क्या है टीचर से परी बनाने की पूरी कहानी आज की खबर में जाने।
मामला इंग्लैंड के पीटरबरो का है जहां की एक टीचर ने सभी चीजों को छोड़ कर अपने सपने को देखा और आज वो अपने असली काम को छोड़ कर इस दुनिया में अपनी एक नई पहचान बनाई है। महिला टीचर का नाम ओलिविया कटफोर्थ है जिनकी उम्र 27 साल है। कटफोर्थ ने डिज्नी राजकुमारी के रूप में अपने सपनों के करियर को आगे बढ़ाने के लिए 2021 में अपनी नौकरी छोड़ने का फैसला किया।
ऐसे किया काम शुरू
दो साल बाद, वह निश्चित रूप से सपना जी रही है। छह साल तक शिक्षा सेक्टर में काम करने के बाद अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का सपना देखा था। अपने राजकुमारी-व्यवसाय के काम में कटफोर्थ ने बच्चों की पार्टियों और कॉर्पोरेट कार्यक्रमों के लिए राजकुमारी के रूप में तैयार होकर अपना करियर बनाया है।
वो अब हर जगहों पर राजकुमारी बनकर अच्छा खासा पैसा भी कमा रही है और लोग उनके काम की तारीफ भी बहुत करते है। वास्तविक जीवन की राजकुमारी ने मीडिया को बताया, “मैं अपनी खुद की कंपनी शुरू करने के लिए बहुत बेताब थी क्योंकि मेरे पास ये सभी विचार थे”।
उन्होंने आगे कहा, “अपनी खुद की कंपनी चलाने के लिए मेरी यह महत्वाकांक्षा और दृष्टि थी, मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह इस तरह से आगे बढ़ जाएगी। मैंने सोचा कि मैं इसे सिर्फ एक साइड काम के रूप में रखूंगी, सप्ताहांत में कुछ चीजें करूंगी और आगे बढ़ूंगी”।
अब टीम के साथ करती है काम
जब महामारी आई, तो कटफोर्थ को अपने बच्चों की मनोरंजन कंपनी लॉन्च करने का सही मौका मिला। उन्होंने अपने वेंचर का नाम ‘बियॉन्ड ए प्रिंसेस’ रखा। कंपनी अब दूसरे लोगों को काम पर रखती है जो कार्यक्रमों और पार्टियों में बच्चों का मनोरंजन कर सकते हैं। अपने खुद के व्यवसाय के साथ आने से पहले उसने मंच पर 34,000 से अधिक अनुयायी बनाए। उसने समझाया, “मैंने स्कूल से जो कुछ भी बनाया है उसे बचाया और सीधे राजकुमारी में डाल दिया”।
भले ही अपनी राजकुमारी की पोशाक के लिए सटीक कपड़े खरीदने के लिए उनकी जेब में सेंध लग गई, लेकिन वह अपना काम करती रही। उनको पूरा विश्वास था कि कुछ ही दिनों में उनके पैसे उनको वापस मिल जाएंगे और ठीक ऐसा ही हुआ। अब उनके साथ आठ और दस लड़कियों की एक टीम है, जो उनके साथ काम करती है।