दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने वाले G-20 बैठक की तैयारी जोरो शोरो पर है। इस सिलसिले में G20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए यूरोपीय संघ के राष्ट्राध्यक्ष के साथ विश्व के 19 बड़े देश के नेता राजधानी दिल्ली में आ रहे हैं। ऐसे में देश की राजधानी दिल्ली दुल्हन की तरह सज रही हैं। वहीं दिल्ली के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ 8 से 10 सितंबर तक आम जनता के लिए छुट्टियां भी घोषित की गई है। लेकिन कभी आपके मन में सवाल आया है कि आखिर जी-20 क्या है, आज की खबर में हम आपको बताएंगे की जी-20 क्या है और इसमें कौन से देश शामिल हो रहे हैं।
G-20 क्या है
जी-20, दुनिया के 20 देशों का एक समूह हैं, जिसे मुख्यतौर पर 20 देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर्स का समूह भी कहा जाता है। जिसमें विश्व के 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। बता दें, इस संगठन की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और देशों के सेन्ट्रल बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी। लेकिन 2007 में पूरी दुनिया में आर्थिक संकट के आने के बाद इस समूह का विस्तार किया गया और इसमें देश के प्रमुखों को भी शामिल किया गया। इसके बाद साल 2009 में इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग हेतु प्रमुख मंच के रूप में नामित किया गया था। साथ ही आपको ये भी बता दे कि G20 की पहली बैठक साल 1999 में जर्मनी के बर्लिन में हुई थी।
G-20 में शामिल है ये देश
जैसा की नाम से पता चलता है, इसमें विश्व के 19 साथ यूरेपियन देश शामिल है। अब आपको बता दें कि इन 20 देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं। वहीं, स्पेन स्थायी अतिथि है, जो हर साल आमंत्रित होता है।
इस साल की जी-20 बैठक में आमंत्रित सदस्यों में बांग्लादेश, मिस्त्र, नीदरलैंड, सिंगापुर, ओमान, नाइजीरिया, मॉरीशस और अमिरात भी शामिल हैं।