वैसे तो भारत में तमाम मंदिर है और इन मंदिरों की कई किस्से और कहानियां काफी मशहूर भी है। देश के प्राचीन मंदिरों में से एक ऐसा भी मंदिर है जिसके बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण भूतों ने किया था। तो चलिए आज हम आपको इस मंदिर से जुड़ी कुछ ऐसी रहस्यमयी बातों के बारे में बताते हैं जिसे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे…
क्या है इस मंदिर की कहानी?
कानपुर के कल्यानपुर क्षेत्र के हसनपुर मोहल्ले में भगवान शिव का हजारों साल पुराना भूतेश्वर मंदिर है। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि इसका निर्माण भगवान शंकर के प्रिय भूतों ने रातोंरात किया था, इसी वजह से इस मंदिर का नाम बाबा श्री भूतेश्वर धाम पड़ गया। मंदिर के पुजारी की मानें तो उनका कहना है कि ये सदियों पुराना मंदिर उस समय का है जब हनुमान जी ने भगवान सूर्य को निगल लिया था। उस दौरान ही 6 माह की एक ऐसी रात थी, जब इस शिव मंदिर को भूतों ने बनाया था।
सावन में लगता है भक्तों का मेला
जैसा ही हम सभी जानते है कि श्रावण का महीना हर शिव भक्त के लिए काफी खास होता है। भक्तों का मानना है कि बाबा भूतेश्वर हर मनोकामना पूरी करते हैं। इसी वजह से पूरे सावन में भक्त देश के हर कोने से यहां पर बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। श्रावण महीने के साथ महाशिवरात्रि और नागपंचमी पर मंदिर परिसर में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त शामिल होते हैं।
क्या है मंदिर की खास बात
इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि इस का नाता भगवान श्रीराम के समय से है। जब भगवान राम ने जब सीता माता का परित्याग कर दिया था तब यहां सीता माता लव और कुश के साथ बिठूर में रहती थीं। तब रोजाना जलाभिषेक करने आती थीं। कहा जाता है कि मुगल शासक औरंगजेब ने इस मंदिर में तोड़फोड़ की थी। इसके प्रमाण भूतेश्वर महादेव मंदिर में टूटी हुई मूर्तियों के अवशेष के रूप में आज भी मौजूद हैं।