तुम्हें बस वही बचाएगा जो तुम्हारे अंदर है। इसलिए जो तुम्हारे अंदर है उसे बाहर निकालो। यदि तुम उसे बाहर नहीं लाते तो वह तुम्हें नष्ट कर देगा
लोग रोटी के लिए जीते हैं, लेकिन सिर्फ रोटी के लिए नहीं जीना चाहिए बल्कि उन्हें भगवान के मुंह से निकले हर शब्द के मुताबिक जीना चाहिए
हमेशा अपने दुश्मनों से प्यार करो और जो तुम्हें सताता है उनके लिए प्रार्थना करो। इससे तुम उस पिता के संतान बनोगे जो स्वर्ग में है
जो लोग खुद से ज्यादा दूसरों की भलाई के बारे में सोचते हैं, वे अभावों में भी हमेशा संतुष्ट रहते हैं। ये हाथ हिंसा के लिए नहीं दूसरों की मदद के लिए उठना चाहिए
इंसान को लालच नहीं करना चाहिए, इंसान को हत्या नहीं करनी चाहिए। तुम्हें चुराना नहीं चाहिए और पड़ोसी को अपना मानकर प्रेम करना चाहिए
मेरा साम्राज्य इस संसार में नहीं। अगर होता तो मेरे सेवक मेरी गिरफ्तारी रोकने के लिए यहूदियों से लड़ते पर मेरा साम्राज्य कहीं और है
जो तुम्हारे भीतर है, तुम्हें बस वही बचाएगा। इसलिए जो तुम्हारे अंदर है उसे बाहर निकालो। यदि तुम उसे बाहर नहीं लाओगे तो वह तुम्हें नष्ट कर दे
तुम्हें बुरे काम और व्यभिचारिता नहीं करना चाहिए। लालच नहीं करना चाहिए, हत्या नहीं करनी चाहिए, चोरी नहीं चाहिए और पड़ोसी को अपना मानकर प्रेम करना चाहिए
जिस दिन हमारा मन परमात्मा को याद करने लगेगा। उनमें दिलचस्पी लेना शुरू कर देगा उस दिन से हमारी परेशानियां, हम में दिलचस्पी लेना बंद कर देंगी