धूम्रपान के स्वास्थ्य पर असर बहुत गंभीर हैं। ये लोगों की सेहत के लिए बेहद जानलेवा भी साबित हो जाता हैं। इसके बॉक्स पर एक चेतावनी भी होती है। इसके बावजूद लोग धूम्रपान करते रहते हैं। भारत में धूम्रपान-संबंधी नियम कई अलग-अलग रूपों में आते हैं। सार्वजनिक क्षेत्रों में सिगरेट पीने की अनुमति नहीं है।
इसके अलावा किसी को भी 18 साल से कम उम्र के किसी भी नाबालिक बच्चे को सिगरेट बेचने की इजाजत नहीं है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि दुनिया में एक देश ऐसा भी है जहां तीन से चार साल के छोटे बच्चे भी बेझिजक बिना किसी डर के सिगरेट पीते नज़र आते हैं।
कौन सा ये देश जहां बच्चे पीते हैं सिगरेट?
बिल्कुल, हम मजाक नहीं कर रहे हैं। जब बच्चों की टॉफी और चॉकलेट खाने की उम्र होती हैं और उन्हें वह न मिलने पर वे रोने लगते हैं, उस उम्र में इस देश के बच्चे सिगरेट का लुफ्त लेते नज़र आ रहे हैं। और हैरानी वाली बात ये हैं कि वे लोग ये काम छुप कर नहीं करते हैं उस देश के बच्चे अपने माँ बाप के सामने ही सिगरेट पीते हुए देखे गए हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं इंडोनेशिया देश की। इस देश में, छोटे बच्चों को सिगरेट की लत बहुत तेजी से विकसित करते देखा गया है। बच्चों की दैनिक सिगरेट की खपत दो पैकेट तक पहुँच सकती है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि इन बच्चों के माता-पिता को भी इस बात की जानकारी है। उनके सामने बच्चे सिगरेट पीने के लिए स्वतंत्र हैं।
फोटोग्राफर के जरिए हुए खुलासा
एक कनाडाई फोटोग्राफर ने इंडोनेशियाई बच्चों में बचपन की इस लत का खुलासा किया। फ़ोटोग्राफ़र मिशेली सीयू ने दर्शाया कि कैसे इस देश में बच्चे धूम्रपान करने लगे। केवल तीन और चार साल के बच्चे भी धड़ल्ले से सिगरेट पीते हैं। यहां माता-पिता तब भी हस्तक्षेप नहीं करते जब उनके बच्चे उनके सामने धूम्रपान करते हैं। इस फ़ोटोग्राफ़र ने कुछ आश्चर्यजनक तस्वीरें खींचीं। इसमें छोटे बच्चे आराम से सिगरेट पीते नजर आए, जैसे यह उनके लिए बिल्कुल आम बात हो।
देश में लोगों को लगी हैं बुरी लत
जैसा कि आपको बताएं कि, आज इंडोनेशिया में सबसे बड़ा मुद्दा धूम्रपान है। बूढ़े और जवान दोनों के साथ ही बच्चे भी इस आदत के शिकार हो गए हैं। पूरे विश्व की बात करें तो यह देश तम्बाकू उत्पादन के मामले में विश्व में पांचवें स्थान पर है। साथ ही यहां इन सब चीज़ों का बहुत ज्यादा विज्ञापन भी किया जाता हैं। यहां पर इसके बहुत सारे विज्ञापन छापे भी जाते हैं। यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को इतना ज्यादा बढ़ावा देता है कि इसे ध्यान में रखते हुए सरकार भी इसे मना नहीं करती है। एक पढाई के दौरान यह सामने आया हैं कि इंडोनेशिया की 60 प्रतिशत आबादी धूम्रपान करती है और 10 से 14 वर्ष की आयु के अधिकांश बच्चे प्रतिदिन तीन सिगरेट पीते हैं।
* पंजाब केसरी किसी भी तरह के नशीले पदार्थ का समर्थन नहीं करता हैं।