कहते हैं कि भले ही पेड़ पौधे बोल न सके लेकिन वह अपनी ख़ुशी और अपना दुःख कैसे न कैसे करके ज़ाहिर कर ही देते हैं। उनकी हमारे जीवन में क्या मह्त्वपूर्णता हैं इस बात से तो हम सभी अच्छी तरह से वाखिफ़ हैं अगर धरती पर पेड़-पौधे ही ना बच्चे तो इंसानी जीवन का अंत होना भी निश्चित रूप से तय ही हैं।
ऐसे ही भगवान् ने हर जीव को मूवमेंट की पावर दी हैं वह अगर अपनी ख़ुशी प्रकट कर सकता हैं तो समय आने पर अपना गुस्सा भी दिखाने से पीछे नहीं हटेगा। जहा जानवर को आप चार पेरो पर चलता देखते हैं उनसे विपरीत इंसानो को भगवान् ने दो पेरो से चलने की शक्ति प्रदान की हैं। लेकिन वही ज़रूरत पड़ने पर जानवरो की ही मदद लेकर इंसान एक जगह से दूसरी जगह जा सकता हैं। लेकिन क्या हो अगर आज हम आपसे ये कहे कि पेड़-पौधे भी चल सकते हैं?
आपको लगेगा कि ये क्या हम आपके साथ क्या मस्करी कर रहे हैं। लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं हैं क्योकि ये कोई मज़ाक नहीं सच हैं। जिस तरह से इंसान चलते हैं, उसी तरह से पेड़-पौधे भी चलते हैं। और आज सोशल मीडिया पर ये वायरल वीडियो इस बात का सबूत भी बनेगी कि ऐसा भी हो सकता हैं। इस वीडियो में दिखाया गया हैं कि कैसे फॉसिल रिकॉर्ड में ये नजारा कैद हुआ, इसे देखने के बाद हर कोई हैरान रह गया। वीडियो जंगल में रिकॉर्ड किया गया है। इसमें देखा गया कि जंगल में लगे पेड़ मूवमेंट कर रहे थे। ये पेड़ छांव से धूप की तरफ वॉक करते नजर आए। इस वॉक के दौरान ये अपनी जड़ों को हवा में छोड़ देते हैं।
हर दिन चलकर तय करते हैं इतनी दूरी
आप भले ही इस बात से सहमत न हो लेकिन ये सच ही हैं कि पेड़ों के चलने की बात से लगभग हर पेलियोबायोलॉजिस्ट्स सहमत है। हालाँकि कुछ तो इस बात भी दांवा करते हैं कि पेड़ों के चलने की प्रक्रिया में कई साल लग जाते हैं। तो वहीं इनसे अलग कुछ का कहना है कि पेड़ हर रोज दो से तीन सेंटीमीटर तक चलते हैं। पेड़ों के चलने की वजह से ही ये एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंच जाते हैं। जहां कुछ पेड़-पौधे चिड़ियों की मदद से फैलते हैं, वहीं अब इस सबूत के बाद ये भी कहा जा रहा है कि कुछ पेड़ों ने एक देश से दूसरे देश का सफर चलकर ही पूरा किया है।
लोगो ने जताई इस बात पर हैरानी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो ने लोगो को दंग कर दिया हैं। कई लोगो ने तो इसे देख यहां तक लिख दिया हैं कि, ‘ये तो चमत्कार की तरह है.’ एक शख्स ने लिखा कि, ‘चलने वाले पेड़ों के देखकर अब वीगन कन्फ्यूज हो गए होंगे.’ वहीं एक ने अपना पर्सनल एक्सपीरियंस शेयर करते हुए लिखा कि, ‘उसने तो पेड़ों को चलते हुए देखा भी है. ये पेड़ इंसान की तरह चल सकते हैं और कम्युनिकेट भी कर सकते हैं.’