दुनिया में ऐसे कई घर है जो अपने छुपे रहस्यों के कारण बंद हो जाते है और वहां जाने की किसी की हिम्मत भी नहीं होती है। लेकिन क्या आपने ऐसे होटल के बारे में सुना है, जिसमें अभी तक एक भी गेस्ट रहने नहीं आया,? हो सकता है आप इस होटल को अब किसी रहस्यमयी चीज़ों से जोड़ कर देख रहे हों। लेकिन ये होटल अपने छुपे रहस्यों के कारण नहीं बल्कि अपनी किस्मत के कारण सुनसान पड़ा है।
16 हजार करोड़ में बना होटल
इस गंगनचुंबी इमारत का नाम रयुगयोंग होटल है। जिसका निर्माण 16 हजार करोड़ रुपये में किया गया था। लेकिन सब से हैरानी की बात ये है कि इसमें 25 सालों से कोई भी रहने के लिए नहीं आया है। क्योंकि ये होटल कभी लोगों के लिए खुला ही नहीं। आपको भी हैरानी हुई होगी की 16 हजार की लागत से बनाया होटल आखिर लोगों के लिए खोला क्यों नहीं गया था। तो बता दें, 1992 में आर्थिक संकट के कारण होटल का काम रूक गया था। जिसके बाद से यह होटल बंद ही पड़ा है। अब इस होटल का इस्तेमाल प्रचार के लिए एक विशाल टेलीविजन स्क्रीन के रूप में किया जाता है।
कहां है ‘होटल ऑफ डूम’?
रयुगयोंग होटल नॉर्थ कोरिया के राजधानी प्योंगयांग में स्थित है। ये होटल नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के आलीशान घर से लगभग 12 मील यानी 19.3 किलोमीटर की दूरी पर है। इस होटल की ऊंचाई 1082 फीट है। जिसमें 3000 कमरे बनाने की प्लानिंग थी। आपको बता दें, इस होटल का मकसद आर्थिक और राजनीतिक ताकत का प्रतीक होना था, लेकिन 25 सालों से अधिक समय से यह खाली पड़ा हुआ है। अब रयुगयोंग होटल को ‘होटल ऑफ डूम’ का उपनाम दिया गया है।
Construction of Ryugyong Hotel in in Pyongyang, North Korea began in 1987 with an ambitious design. As of today, it has yet to open [read more: https://t.co/e06FBy0XQp] pic.twitter.com/TbcUZL3r67
— Massimo (@Rainmaker1973) November 20, 2021
अपने नाम रखता है ये रिकॉर्ड
रयुगयोंग होटल यदि आज के समय खुला होता, तो यह अपने नाम दुनिया का सबसे ऊंचा होटल होने का रिकॉर्ड रखता, हालांकि अब इसे धरती पर सबसे ऊंची खाली इमारत होने का रिकॉर्ड मिला हुआ है। दरअसल, इस होटल का निर्माण 1987 में शुरू हुआ था। तब इसे 2 साल बाद खोलने का इरादा था। लेकिन 1992 में इस होटल में निर्माण का काम रुक गया, क्योंकि सोवियत संघ के पतन के बाद उत्तर कोरिया आर्थिक संकट से जूझना पड़ा।