कभी MBA के लिए Girish Matribhootam को लेने पड़े थे पैसे उधार, आज इतने करोड़ कंपनी के हैं मालिक-Success Story Girish Matribhootam
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कभी MBA के लिए Girish Matribhootam को लेने पड़े थे पैसे उधार, आज इतने करोड़ कंपनी के हैं मालिक

Success Story Girish Matribhootam
Success Story Girish Matribhootam: संघर्ष किए बिना सफलता पाना असंभव है। गिरीश मातृभूतम (Success Story Girish Matribhootam) ने संघर्ष के बल पर जीवन की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। आज वह सॉफटवेयर की दिग्गज कंपनी फ्रेशवर्क्स इंक के मालिक हैं।Untitled Project 4 36

बचपन से संघर्ष करते आए हैं गिरीश मातृभूतम

तमिलनाडु के मध्यवर्गीय परिवार में जन्में गिरीश मातृभूतम (Success Story Girish Matribhootam) को बचपन से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। गिरीश के पिता सामान्य सरकारी कर्मचारी थे। बचपन में वे पढ़ाई में औसत ही थे, लेकिन फिर भी स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे चैन्नई इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गए। वहां भी वे एक औसत छात्र थे। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद साल 1992 में उन्होंने एमबीए करने का फैसला किया। आर्थिक हालात ठीक (Success Story Girish Matribhootam) नहीं होने के चलते उनके पिता ने एक रिश्तेदार से कर्ज लिया। यही वो समय था जब गिरीश ने पैसे के महत्व को समझा और कुछ बड़ा करने का फैसला किया।
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ऐसे की शुरूआत

गिरीश ने कई स्टार्टअप शुरू किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने अनुभव (Success Story Girish Matribhootam) के लिए अमेरिका में एचसीएल सहित कई कंपनियों में काम किया। Accel ने इसमें 10 लाख डॉलर निवेश किया। उसी साल कंपनी को अपना पहले कस्टमर भी मिला। इसके बाद फ्रेशवर्क्स ने अपने प्रॉडक्ट रेंज का विस्तार करते हुए सेल्स और सीआरएम को भी जोड़ा। साथ ही फ्रेशवर्क्स को फ्रेशडेस्क के रूप में रिब्रांड किया गया। 2021 में (Success Story Girish Matribhootam) इसका एन्युअल रिकरिंग रेवेन्यू 49 फीसदी तेजी के साथ 30 करोड़ डॉलर को पार कर गया। साथ ही उन्होंने स्टार्टअप्स में निवेश के लिए एक फंड भी बनाया है।
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कंपनी का ये है काम

कंपनी का बिजनेस मॉडल अपमार्केट सेल्स और उसके प्रोडक्ट पर आधारित है। फ्रेशवर्क्स के मुताबिक बिजनस सॉफ्टवेयर (Success Story Girish Matribhootam) महंगा है और साथ ही इसे यूज करना भी आसान नहीं है। फ्रेशवर्क्स ‘रेडी टू गो’ सॉफ्टवेयर बनाती है। जिसे इस्तेमाल करना आसान है। इसके लिए कंपनी ने अपना कस्टमर केयर कॉल सपोर्ट भी बनाया है। जहां किसी भी वक्त जानकारी ली जा सकती है। इस कंपनी (Success Story Girish Matribhootam) के दफ्तर दुनिया के कोने-कोने में फैले हैं। जिनमें पेरिस, नीदरलैंड्स और फ्रांस जैसे देश शामिल हैं।
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तेजी से बढ़ा रेवेन्यू

गिरीश मातृभूतम की कंपनी का रेवन्यू 8 साल (Success Story Girish Matribhootam) के भीतर शून्य से 100 मिलिन डॉलर हो गया। यहां से अगले डेढ़ साल में यह 200 मिलियन डॉलर की कंपनी बन गया। कंपनी का मुख्यालय कैलिफोर्निया में है। इसके भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और जर्मनी में भी ऑफिस हैं। फ्रेशवर्क्स के पास आज 50,000 से अधिक ग्राहकों (Success Story Girish Matribhootam) के साथ 95,000 करोड़ से अधिक कंपनी है।
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