दुनिया में यूँ तो कई खूबसूरत नज़ारे हैं जहा जाकर आपका मन मनमोहित हो जाये उन्ही में से एक हैं माउंट एवेरेस्ट। लेकिन अब वही बर्फीली वादियों से सजी दुनिया की सबसे ऊंची चोटी अब ‘कूड़े के पहाड़’ के रूप में तबदील होती हुई नज़र आ रही है। जिधर देखिए बस कचरा ही कचरा आपको नजर आएगा जैसे ये बर्फीला पहाड़ कम और कूड़े का ढेर ज़्यादा बनता जा रहा हो। बेस कैंप के पास तो सैकड़ों खाली पड़े फूड कंटेनर, ऑक्सीजन टैंक, रैपर बिखरे नजर आएंगे। इतनी ऊंचाई पर भी लोग गंदगी करने से बाज नहीं आ रहे। ट्विटर पर वायरल हो रहे एक वीडियो को देखेंगे तो आप भी मायूस हो जाएंगे।
ठीक 70 साल पहले 29 मई 2023 को तेनजिंग नोर्गे और एडमंड हिलेरी ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचकर दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ को फतह करने का इतिहास रच दिया था। उसके बाद से हर साल सैकड़ों लोग एवरेस्ट पर चढ़ते हैं. बहुत सारे लोग तो शौकिया तौर पर जाने लगे हैं। पैसों की कोई कमी नहीं है। धनी पर्वतारोहियों की संख्या में भी अच्छा खासा इजाफा देखने को मिला है।
लेकिन ये लोग वहां पर्यावरण के प्रति बिल्कुल भी सतर्क नहीं हैं। नेशनल ज्योग्राफिक के एक अनुमान के अनुसार, एवरेस्ट पर जाने वाला हर पर्वतारोही लगभग आठ किलोग्राम कचरा पैदा करता है। इनमें फूड कंटेनर, टेंट और खाली ऑक्सीजन टैंक शामिल होते हैं। यह कचरा बर्फीली वादियों में लोग रखकर चले आते हैं। इसलिए कचरा फैलता जा रहा है। हालात ऐसे नहीं होते कि उन्हें वहां से हटाया जा सके।
समुद्र तल से 8848.86 मीटर की ऊंचाई पर जमी गंदगी
एवरेस्ट के बारे में दुनिया को बताने वाले पोर्टल एवरेस्ट टुडे (@EverestToday) ने रविवार को एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें समुद्र तल से 8848.86 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कैंप में फेंकी गई गंदगी साफ नजर आती है। कैप्शन में लिखा, हम इंसानों ने भले ही दुर्गम शिखरों को छू लिया हो, लेकिन हमने प्रकृति के प्रति अपने आचरण और करुणा में निश्चित रूप से बहुत नीचे कदम रखा है। पहाड़ हों या जंगल नदियां, हमने अपनी मौजूदगी से प्रकृति के संसाधनों को नष्ट करना नहीं छोड़ा।
लोगो के जाने पर लगनी चाहिए रोक
वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया। अब तक 5.58 लाख से ज्यादा बार इसे देखा जा चुका है। तकरीबन 5000 लाइक्स और कमेंट्स मिले हैं। क्लिप देखकर लोग निराश हैं और नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, या तो सफाई को अपने अभियान का हिस्सा बनाइए या लोगों को वहां जाने की इजाजत मत दीजिए। इस घृणित व्यवहार के लिए कोई बहाना नहीं है। दूसरे ने कमेंट किया, इन्हें सीखना होगा कि सिर्फ यही जगह बची है। कम से कम हम इसे तो गंदा न करें. धरती पर तो हमने कुछ भी नहीं बचा रखा है।