बांग्लादेश जहाज ने 5 दिनों से फंसे शख्स को चितगांग कोस्ट से बचाया है। यह युवक बिना खाने-पीने के पिछले 5 दिनों से बांस के खंबे के सहारे जीवित था। हम रबिंद्रनाथ दास की बात कर रहे हैं। बारिश के बीच रबिंद्रनाथ दास 6 जुलाई से वहां पानी में जिंदा था। तूफान के कारण समुद्र में उसका जहाज डुब गया था और अकेला ही वह जिंदा बचा हुआ था।
जहाज एमवी जवाद के चालक ने उसे 10 जुलाई को बचाया। समुद्र के बीच में फंस जाना यह किसी बुरे भायनक सपने से कम नहीं है। रबिंद्रनाथ समुद्र में फंस गए थे और वहां से बच कर निकलने के बाद वह अपने आपको बहुत खुशनसीब समझ रहे हैं।
दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप के नारारणपुर के दास रहने वाले हैं। एफएल नयन-1 के दास मालिक थे। 14 मछुआरों के साथ दास 4 जुलाई को अपने जहाज से गहरे समुद्र में गए थे। रबिंद्रनाथ का जहाज जब पानी में पलटा तो उस दौरान 3 लोग नीचे ही डब गए थे और बाकी दास सहित 11 पानी में कूद गए जहां पर वह बांस के सहारे एक साथ लटके रहे।
An #Indian fisherman Named ( Rabindranath Das) which was flowing away from India sea border to Bangladesh sea border. He was struggling against of death. That time, the Coast guard of #Bangladesh rescued him and save his life. #Humanity have no borders❤ pic.twitter.com/J92QNQPaqr
— umarkhattab (@umarkha55306604) July 13, 2019
लेकिन 5 दिनों के अंदर उसके साथ बाकी एक-एक कर के मर गए और वही अकेले अंत में बचे। बांग्लादेश जहाज ने जब 10 जुलाई को दास को देखा तो उन्होंने उसे दो घंटों की मशकत से सुरक्षित बचा लिया। एक समय पर वह बचाव कार्य के दौरान खोल गए थे लेकिन उन्हें खोज लिया और बाहर निकाल लिया।
सुरक्षित निकालने के बाद दास को कोलकाता इलाज के लिए ले जाया गया। वहां पर उन्होंने बात करते हुए कहा, मैं अब याद कर सकता हूं कि मेरा जहाज पलट गया और हम पानी में कूद गए और तैर रहे थे। जब मैं तैर रहा था, उस दौरान मैंने खाना नहीं खाया था। रूक-रूक कर बारिश और बड़ी लहरें चल रही थीं। बारिश होने पर मैंने पानी पिया।