स्कूल शिक्षा का मंदिर जहा खुद सरस्वती वास करती हैं बच्चो के लिए तो स्कूल किसी दूसरे घर जैसा ही हैं जहा एक ओर बच्चे अपना आधा समय अपने घर में बिताते हैं तो वहीं दूसरी ओर बच्चे अपना आधा समय स्कूल में व्यतीत करते हैं.स्कूल एक छात्र के लिए दूसरे घर जैसा होता है क्योंकि वो वहां अपने टीचर्स से जिंदगी के ऐसे सबक सीखता है जो उसे हमेशा काम आते हैं. पर सोचिए कि सबक सिखाने वाला गुरू, सिर्फ नाम के लिए ही गुरू बना रहे, कभी छात्रों को पढ़ाने ही ना आए तो?
बेशक ऐसे शिक्षकों को हटा देना चाहिए क्योंकि वो छात्रों के भविष्य को बर्बाद कर देते हैं. पर इटली की एक टीचर 24 सालों (Teacher on leave for 20 years) तक छात्रों के जीवन को बर्बाद करती रही और उसे हटाने वाला कोई भी नहीं रहा. पर अब जब उसकी चोरी पकड़ी जा चुकी है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है. महिला को ‘इटली का सबसे बुरा कर्मचारी’ (worst employee in Italy) माना जा रहा है.
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार इटली के वेनिस (Venice, Italy) के पास एक स्कूल में 56 साल की सिनजियो पाओलिना डी लियो (Cinzio Paolina De Lio) पिछले 24 सालों से टीचर थीं. इतने सालों तक पढ़ाने के बाद बेशक छात्र उनके फैन बन गए होंगे और उनकी क्लासेज में काफी रुचि लेते होंगे. पर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. वो इसलिए क्योंकि डी लियो ने अपने 24 साल के टीचिंग करियर में सिर्फ 4 साल ही बच्चों को पढ़ाया और बाकी के 20 सालों (Italian teacher on leave) तक वो छुट्टी पर रहीं.
झूठ बोलने को लेकर निकाला स्कूल से
इस दौरान वो स्कूल से पैसे लेती रहीं. टीचर की ऐसी लापरवाही और झूठ बोलकर लंबे वक्त तक छुट्टी पर रहना हर किसी को हौरान कर रहा है. वो बीमारी का बहाना बनाकर या फिर कॉन्फ्रेंस में जाने के लिए छुट्टियां लेकर लंबे वक्त तक स्कूल से गायब रहती थीं. उन्हें स्कूल में साहित्य और दर्शन की पढ़ाई करने के लिए नियुक्त किया गया था, पर वो छात्रों की पढ़ाई में कोई खास रुचि नहीं लेती थीं. छात्रों ने उनपर आरोप लगाए हैं कि ओरल एग्जाम के दौरान वो मोबाइल पर मैसेज करती रहती थीं, उनके पास टेक्स्टबुक की कोई प्रति नहीं हुआ करती थी और बच्चों को अंक भी निराधार तरीके से देती थीं.
नौकरी से किया गया फायर
उन्होंने 4 सालों के दौरान जब भी क्लास ली, छात्रों ने उनके लेक्चर को बॉयकॉट ही किया. इटैलियन न्यूज आउटलेट्स की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें 22 जून को नौकरी से निकाल दिया गया. मामला इटली के सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका था. कोर्ट ने कहा कि वो इस नौकरी के लिए “स्थायी रूप से और बिल्कुल अनुपयुक्त” थीं. हालांकि, डी लियो ने दावा किया कि उनके पास 3 डिग्रियां हैं. जब कोर्ट को ये पता चला कि उन्होंने 20 साल छुट्टियों में ही बिता दिए तो उन्हें तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया गया.