हमारे समाज में कई ऐसी चीजें हैं जिस पर लोग बिना किसी चीज को समझते हुए भरोसा कर लेते है, उन में से एक चीज है अंधविश्वास। अंधविश्वास एक ऐसी चीज है जो किसी को भी अपने गलत चीजों में फसा सकती है। पहले के समय में अक्सर अंधविश्वासों पर विश्वास कर सभी चीजों को दवा दिया जाता था क्योंकि उस समय में लोगों के पास शिक्षा का अभाव था, लेकिन आज ऐसा नहीं है फिर भी लोग इन बातो पर आसानी से विश्वास कर लेते है।
रात में कुत्तों का भौंकना या रोना आज भी काफी गलत माना जाता है। ये सारी बातें हकीकत या फ़साना है। आज की खबर में हम आपको इसके बारे में बताने वाले है। आपने देखा होगा कि कुत्ते अक्सर आधी रात में भौंकते और रोते हैं। ऐसे में अक्सर लोग ये भी कहते है कि कुत्ते भूत को देखने के बाद रोना शुरू कर देते हैं। इस तथ्य के बावजूद कि विज्ञान इन दावों को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं करता है।
लोग आम तौर पर मानते हैं कि भूत होते हैं, हालांकि हर कोई उन्हें नहीं देख सकता, जबकि विज्ञान दावा करता है कि भूत जैसी कोई चीज नहीं होती है। शायद इसी वजह से हर कोई ये नहीं मानता कि भूत होते हैं। यह बात बिल्कुल गलत है कि कुत्ते भूत देख सकते हैं। वे रोने या भौंकने लगते हैं, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उन्होंने भूतों को देखा है। फिर आधी रात में कुत्ते अचानक क्यों रोने लगते हैं? इसके पीछे कई कहानी हैं।
कुछ का दावा है कि अकेलापन और थोड़ा डर महसूस करने के कारण वे अपने डर से छुटकारा पाने के लिए रात में बार-बार रोना और भौंकना शुरू कर देते हैं। इसके अलावा, यह भी कहा जाता है कि वे रात में अन्य जानवरों या किसी अनजान व्यक्ति को देखकर भी भौंकने लगते हैं, लेकिन यह गलत है कि वे रात में भूतों को देखकर रोते हैं।
अब किसी को इस बात पर भरोसा हो या ना हो लेकिन विज्ञान इन चीजों को बिलकुल नहीं मानता है। वैसे एक बात तो सच है कि जब भी कुत्ता रोता है, लोग इस बात से डर जाते है कि कुछ अनहोनी होने वाली है।