दिवाली का पर्व इस साल पूरे देश में 27 अक्टूबर यानी रविवार को मनाया जाएगा। मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा दिवाली के दिन करते हैं। माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए दिवाली के दिन चारों तरफ दीपक जलाते हैं। दिवाली के दिन रंगोली घर के आंगन और मुख्य दरवाजे पर बनाते हैं।
इतना ही नहीं लोग कई तरह के उपाय भी माता लक्ष्मी को खुश करने के लिए करते हैं। दिवाली के दिन कई ऐसे बातें भी होती हैं जिनका ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है। अगर आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो मां लक्ष्मी अपने भक्तों से नाराज हो जाती हैं। चलिए बताते हैं उन बातों के बारे में जिनसे रुष्ठ हो सकती हैं माता लक्ष्मी जी।
अकेले पूजा न करें माता लक्ष्मी की
एक निश्चित क्रम में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को रखना चाहिए। पूजा में बाएं से दाऐं भगवान गणेश जी की मूर्ति,लक्ष्मी माता की मूर्ति, भगवान विष्णु की मूर्ति, मां सरस्वती की मूर्ति और अंतिम में काली माता की मूर्ति रखते हैं। इन सब मूर्तियों के बाद लक्ष्मण जी, श्रीराम और माता सीता की मूर्ति को रखा जाता है। एक बात का जरूर ध्यान रखें कि लक्ष्मी माता की पूजा कभी भी अकेले नहीं करनी चाहिए। उनकी पूजा भगवान विष्णु के बिना अधूरी होती है।
तोहफा नदें चमड़े का
अक्सर लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को दिवाली के खास अवसर पर तोहफा देते हैं। लेकिन दिवाली के अवसर पर कभी भी लेदर की कोई भी वस्तुएं तोहफे में नहीं देनी चाहिए। खासतौर पर मिठाइयां तोहफे में जरूर दें।
शोर न करें पूजा में
दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के दौरान भूलकर भी ताली नहीं बजाते। इसके अलावा तेज आवाज में आरती भी नहीं करनी चाहिए। माना जाता है कि ज्यादा शोर माता लक्ष्मी को बिल्कुल नहीं पसंद है। इसी वजह से धीमे आवाज में पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
विशेष ध्यान रखें साफ-सफाई का
कहा जाता है कि सच्चाई, दया और गुण जिस जगह पर होते हैं वहां पर माता लक्ष्मी वास करती हैं। साफ-सफाई का भी विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। अपने घर की अच्छी तरह से सफाई दिवाली के समय करनी चाहिए और साफ रखना चाहिए। अपने घर में किसी भी जगह दिवाली के दिन बिल्कुल भी गंदगी न फलाएं।
दीया जरूर जलाकर दिवाली के दिन पूरी रात रखें
एक बात का जरूर ध्यान रखें कि पूजा कक्ष को दिवाली की पूजा के बाद बिखरा नहीं छोड़ना चाहिए। दिवाली के दिन एक दिया पूरी रात जरूर जलाएं। उस दीए में समय पर घी डालते रहें। मोमबत्ती की जगह ज्यादा से ज्यादा दीए दिवाली के दिन जलाने चाहिए।
घी में जलाएं पूजा के दीयों को
पूजा कक्ष उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। दिवाली की पूजा के दौरान उत्तर की तरफ मुंह करके परिवार के सारे लोगों को बैठना चाहिए। घी से जलाएं पूजा के दीए को। 11, 21 या 51 की गिनती में दिवाली के दिन दीए जलाने चाहिए।
पटाखे न जलाएं लक्ष्मी पूजा के तुरंत बाद
जब आप दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा करते हैं ताे उस दौरान पटाखे नहीं जलाने चाहिए। साथ ही पटाखे पूजा के तुरंत बाद नहीं जलाते हैं। पटाखे हमेशा लक्ष्मी पूजा के थोड़ी देर बाद ही जलाने चाहिए।
प्रयोग करें लाल रंग का
लाल रंग का प्रयोग दिवाली के दिन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। दिवाली के दिन लाल रंग के दीए, मोमबत्ती, लाइट्स और फूलों का उपयोग करना चाहिए। विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा दिवाली पूजा की शुरुआत में करनी चाहिए।
झगड़ा न करें किसी से भी
घर या फिर बाहर किसी से भी दिवाली के दिन झगड़ा नहीं करना चाहिए। शांति माता लक्ष्मी को बहुत पसंद है अगर आप अपने घर लक्ष्मी मां को बुलाते हैं तो घर में भूलकर भी किसी तरह का कलह न करें।
ग्रहण करें सात्विक भोजन का
नाखून काटना, बाल काटना या शेविंग दिवाली के दिन नहीं करनी चाहिए। सुबह देर तक दिवाली के दिन नहीं सोना चाहिए। दिवाली के दिन जल्दी उठकर भगवान की पूजा करें। मांस और शराब व धूम्रपान दिवाली के दिन न ग्रहण करें। सात्विक भोजन का ही ग्रहण इस दिन करना चाहिए।