सभी लोग अपने-अपने अंदाज से इस जीवन को जीते है। ठीक इसी प्रकार झन्ना सैमसोनोवा भी अपने जीवन को जीती थी। पर बीते दिनों एक खबर आती है कि वो अब इस दुनिया में नहीं है। अपने खाने और वीगन फूड के बारे में वो अपने वीडियो में बताया करती थी। अब उनके मरने के पीछे की वजह को उनका सिर्फ फलों पर ही निर्भर रहना बताया जा रहा है। बताया गया उनकी मौत का मुख्य कारण उनकी भूख थी। सालों से सैमसोनोवा सिर्फ कच्चा और शाकाहारी खाने पर ही जिंदा रही।
ऐसे रहती थी जिंदा
वो अपने खाने के लिस्ट में फलों के रस और सभी प्रकार के फल, अंकुरित अनाज आदि का इस्तेमाल करती थी और साथ में वो कटहल आदि भी खाती थी। अपने इस बात को वो सोशल मीडिया और अन्य तरीके से सभी को बताती थी। अब उनके मौत को लेकर कई दावे किए जा रहे है।
उनकी माँ कहती है सैमसोनोवा की मौत हैजा नाम के एक बीमारी से हुई है और साथ ही आगे वो बोलती है की उनके ऊपर खाने का भी असर देखा गया है, वो सिर्फ शाकाहारी खानों पर ही निर्भर रहती थी।
साल से नहीं पिया पानी
अगर दावों की माने तो झन्ना सैमसोनोवा ने पिछले 6 सालों से पानी की एक बूँद भी नहीं ली थी। अपने कठोर डाइट के वजह से वो कुपोषित हो गई थी और अपनी दक्षिण-पूर्व एशिया की एक दौरे पर उनकी हालत और भी खराब हो गई और रिपोर्ट्स के मानें तो उनकी मौत जुलाई को ही चुकी थी, लेकिन मीडिया में ये खबर एक अगस्त के बाद सामने आई है।
वो अपने साथ-साथ लोगो को भी शाकाहारी खाने को लेकर जागरूक करती थी।
रिपोर्ट में दावा किया गया कि वो अपना एक छोटी समुदाय भी बनना चाहती थी, जो शाकाहारी खाने को जागरूक करें और उसको खाय। पर रुसी फूड इइन्फ्लुएंसर झन्ना सैमसोनोवा का साल की उम्र में देहांत हो गया।