नेत्रहीन होने के बाद भी आखिर क्यों महिला ने लगाया घूरना का इलज़ाम? विचित्र मामला आया सामने! - Punjab Kesari
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नेत्रहीन होने के बाद भी आखिर क्यों महिला ने लगाया घूरना का इलज़ाम? विचित्र मामला आया सामने!

हाल ही में एक शख्स ने अपने ऊपर लगे इलज़ाम को बताया हैं उसने बताया कि वह देख

महिलाओ की सुरक्षा उनपर होने वाले ज़ुल्म को लेकर देश में कई तरह के कानून बनाये गए लेकिन कई बार कई महिलाये इनका गलत फायदा भी उठाती हैं जिसके चलते पीड़ित महिलाओ पर भी लोगो और समाज का भरोसा कर पाना मुश्किल हो जाता हैं। मह‍िलाएं झूठा आरोप लगाकर पुरुषों को फंसा दें, ऐसी खबरें तो आपने कई सुनी होंगी। लेकिन यह खबर विचित्र है। एक शख्‍स जो देख नहीं सकता, उस पर एक मह‍िला ने घूरने का आरोप लगा दिया। आप जानकर हैरान होंगे कि उसकी बात किसी ने न सुनी और शख्‍स को जिम से बाहर कर दिया गया। अब इस आदमी ने पॉडकास्‍ट पर आपबीती शेयर की है।
न्‍यूयॉर्क पोस्‍ट की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन में रहने वाले 21 साल के टॉबी एडिसन के साथ कुछ साल पहले यह घटना हुई। तब वह एक जिम में एक्‍सरसाइज करने जाया करते थे। उन्‍होंने बताया, उस दिन वर्कआउट कर रहा था, तभी एक मह‍िला की आवाज आई। उसने कहा- ओए, क्‍या देख रहे हो। मुझे घूर क्‍यों रहे हो। मैंने कहा, मैं ब्‍लाइंड हूं और मुझे कुछ दिखाई नहीं देता। इसल‍िए मुझे पता नहीं चलता कि मेरी नजर किसकी ओर है। उस दिन वो सामने की तरफ मुड़े हुए थे, उन्हें कतई अंदाजा नहीं था कि वहां कोई महिला एक्सरसाइज कर रही है। टॉबी के बताने के बावजूद मह‍िला ने एक न सुनी और चुप रहने को कहा। 
मैनेजर ने कहा तुरंत जाओ बाहर 
टॉबी ने बताया, कुछ ही समय बाद वह जिम के मैनेजर को लेकर आई। मैनेजर ने मुझसे पूछताछ की, जब मैंने उसे बताया कि मैं ब्‍लाइंड हूं, तो भी उसे भरोसा नहीं हुआ। मैनेजर ने तुरंत मुझे जिम से बाहर चले जाने को कहा, टॉबी घर चले गए। पॉडकास्‍ट में उन्‍होंने बताया कि यह बेहद दुख की बात है कि कुछ महिलाएं जिम में अनुचित व्यवहार करने वाले कुछ प्रतिशत लोगों के कारण असहज या चिंतित महसूस करती हैं।
जागरूकता की भारी कमी
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ब्रिटेन के रहने वाले टॉबी साइकोलॉजी और काउंसलिंग स्टूडेंट हैं। वह सोशल मीडिया पर दुनिया को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी के बारे में बताते हैं। इसके लिए वो वीडियो पोस्ट करते हैं। इनमें वो छड़ी लिए दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा, यह भी वास्तव में दुखद है कि इस समय विकलांगता को लेकर जागरूकता की भारी कमी है। जब ये दोनों स्थितियां आपस में मिलती हैं, तो ऐसी स्थिति उत्पन्न होने की संभावना अधिक रहती है, जैसी मैंने अभी आपको बताई है।

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