हर साल 25 दिसंबर को दुनियाभर में क्रिसमस का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है
लोग इस दिन एक दूसरे को क्रिसमस विश करते है और सबसे ख़ास इस दिन को विश करने का तरीका बनता है
लगभग सभी देशों में इस दिन को विश करने के लिए हैप्पी क्रिसमस नहीं बल्कि मेरी क्रिसमस कहा जाता है
आज की स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि आखिर ऐसा क्यों है?
मेरी क्रिसमस कहने के पीछे बहुत सी अलग-अलग वजह बताई गई है। इनमें से एक मुख्य वजह बिशप जॉन से रिलेटेड है। बिशप जॉन ने 1534 में लंदन के टॉप मिनिस्टर थॉमस क्रोमवेल को एक चिट्ठी भेजी थी
बिशप जॉन ने थॉमस क्रोमवेल को लेटर में हैप्पी नहीं बल्कि मेरी क्रिसमस कहकर विश किया था। इसके बाद ये शब्द और ज्यादा सुर्खियों में आ गया
बहुत सी रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया गया है कि मेरी क्रिसमस केवल एक शब्द नहीं है बल्कि इसमें अपना अलग इमोशन है जो क्रिसमस के व्यव्हार को बताती है
बहुत से इतिहासकारों का ये भी कहना है कि हैप्पी शब्द सिर्फ इंसान के इनर इमोशन को बताता है जबकि मेरी शब्द इंसान के व्यव्हार को बताता है
इन्हीं सभी कारणों की वजह से दुनियाभर में इस दिन हैप्पी क्रिसमस नहीं बल्कि मेरी क्रिसमस कहा जाता है