भाई-बहन के प्यार का प्रतीक होता है भाई दूज का त्योहार। इस बार यह पर्व 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस साल सूर्योदय से सूर्यास्त तक बहनों को भाईदूज का टीका करने का मौका मिलेगा। टीका करने से पहले सभी महिलाएं समूह में बैठकर रूई में बेसन लगाकर लंबी मालाएं बनाएंगी।
भाई दूज का शुभ मुहूर्त
भाई दूज प्रारंभ:29 अक्टूबर 2019 को सुबह 06 बजकर 13 मिनट से
भाई दूज तिथि का समापन:30 अक्टूबर 2019 को सुबह 3 बजकर 48 मिनट तक
भाई दूज का शुभ मुहूर्त:दोपहर 01 बजकर 11 मिनट से दोपहर 03 बजकर 23 मिनट तक
कुल अवधि:02 घंटे 12 मिनट
ऐस कहा जाता है कि रूई और बेसन की माला जितनी लंबी होती है भाई की उम्र भी उतनी ही लंबी होगी। टोटका काटने के लिए बहनें भाइयों को श्राप देंगी और फिर अपनी जीभ पर भटकटइया के काटें चुभाएंगी। इस बीच महिलाएं एक-दूसरे को लोक कथाएं भी सुनाएंगी।
वैसे तो शास्त्रों में भाई दूज से जुड़ी कथा का वर्णन नारी सम्मान के रूप में किया गया है। परंपरा का निर्वाह करते हुए भाई को अपनी बहनों के घर जाना चाहिए। टीके की रस्म के बाद बहनों के हाथ से पका हुआ भोजन खाना चाहिए।
फिर अपनी सामथ्र्य के अनुसार द्रव्य,मिष्ठान आदि भेंट कर बहनों का आदर करना चाहिए। आजतक भी लोग इसका निर्वहन पूरे मनोयोग से करते हैं।