होलिका दहन आज 7 मार्च दिन मंगलवार को है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह पूजा करने से जीवन में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।होलिका दहन करने से नकारात्मकता दूर होती है।इस दिन होली पूजा करते हैं ताकि जीवन में सुख और समृद्धि आए। होलिका दहन के अगले दिन 8 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा।
होलिका दहन की पूजा करते समय कोई गलती नहीं करनी चाहिए क्योंकि आपकी एक गलती आपके पूरे परिवार को मुश्किल में डाल सकती है। इसकी वजह से घर में नकारात्मकता प्रवेश कर सकती है। इसलिए पूजा के लिए सही व संपूर्ण पूजन सामग्री थाली में जरुर रखें। आइए जानतें हैं होली पूजन सामग्री में कौन कौन सी चीजें जरूर रखें।
होलिका दहन की पूजन सामग्री
होलिका दहन के दिन घर के पास किसी चौराहे पर गोबर के उबलों व लकड़ियों से होलिका बनाई जाती है।फिर महिलाएं उसका विधि-विधान के साथ पूजन करती हैं। इस दिन पूजन सामग्री में कच्चा सूत, जल का लोटा, गुलाल, मीठे पकवान, गोबर की बनी होलिका, बताशे, रोली, गेंहू का बालियां, साबुत हल्दी, साबुत मूंग और फूलों की माला जरूर शामिल होनी चाहिए।
होलिका दहन की पूजा विधि
उत्तर या पूर्व की ओर मुखकर बैठ जाएं. सिर पर रूमाल या कोई कपड़ा रख लें। फिर गौरी और गणेश जी की पूजा करें। उसके बाद क्रमश: होलिका, प्रह्लाद और भगवान नरसिंह की पूजन सामग्री से पूजा करें। उसके बाद होलिका की परिक्रमा करके उसमें सूत या रक्षासूत्र लपेट दें।इसके बाद कपूर और उप्पलों की मदद से होलिका में आग जलाएं. परिवार के कल्याण के लिए प्रार्थना करें।
होलिका दहन का महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भक्त प्रह्लाद की बुआ होलिका ने अपने भाई हिरण्यकश्यप के कहने पर उसे मारने का प्रयास किया। वह फाल्गुन पूर्णिमा की रात प्रह्लाद को लेकर आग में बैठ गई लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद जीवित बच गए और होलिक जलकर मर गई।इस प्रकार से बुराई पर अच्छाई की जीत हुई।हर साल फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन किया जाता है।