अगर आपको कोई कह दे कि आपको कब्रों के आसपास बैठकर खाना-पीना है तो ये सुनकर ही आपके चेहरे का रंग उड़ जाएगा। कोई भी शख्स मुर्दो के करीब बैठकर कुछ भी खाना-पीना तो दूर की बात है इस बारे में सोच भी नहीं सकती है। मगर आज हम आपको एक ऐसे रेस्टोरेंट के बारे में बताने वाले हैं जो कब्रिस्तान के बीच में ही बना हुआ है।
जी हां आपने सही सुना कब्रिस्तान के बीच में बना रेस्टोरेंट। इससे भी खास बात ये है कि ये रेस्टोरेंट भारत में ही मौजूद है। गुजरात के अहमदाबाद शहर में बना द न्यू लकी रेस्टोरेंट काफी फेमस है, इस रेस्टोरेंट की खासियत ही यही है कि यहां पर लोग कर्बों के अगल-बगल बैठकर ही चाय की चुस्कियों का मजा लेते हैं। भले सुनने में थोड़ी अजीब है लेकिन ये सच है।
अहमदाबाद के लाल दरवाजा स्थिच द न्यू लकी रेस्टोरेंट में कुल 26 कब्रें हैं और इन्हींन कब्रो के बीच में बैठ कर लोग चाय के साथ ब्रेड मख्खरन खाने का मजा लेते हैं। इस टी-स्टॉल को एक टपरी से शुरु किया। लोग सुबह और शाम यहां चाय पीने आते थे, धीरे –धीरे ये टी-स्टॉल काफी मशहूर हो गया। यहां आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती गई जिसके बाद ये दुकान फैलते-फैलते कब्रो के आसपास हो गई।
बता दें कि लकी टी स्टॉल 72 सालों से चल रहा है और यहां पर मशहूर आर्टिस्ट एमएफ हुसैन की भी एक पेटिंग लगी हुई है। हुसैन अक्सर चाय के इस साधारण ठिकाने पर जाया करते थे और यही पर बैठकर उन्होंने अपनी एक पेटिंग भी बनाई थी। साल 1994 में हुसैन ने इस रेस्टोरेंट के मालिक को वो पेटिंग गिफ्ट की थी, जो आज भी यहां की एक दीवार लटकी हुई है।
हाल ही में एक ट्रैवल और फूड व्लॉगिंग अकाउंट से लकी टी स्टॉल के बारे में एक वीडियो शेयर किया था। वीडियो में रेस्टोरेंट के अंदर हर एक चीज को साफ दिखाया गया था, इस नजारे को देखकर कुछ लोग चौंक भी गए थे। इस वीडियो को हजारों लोगों ने खूब पसंद भी किया था और वीडियो के कैप्शन में इस रेस्टोरेंट के बारे में डिटेल में बताया था। सोशल मीडिया पर लोगों ने इस अतरंगी वीडियो के बारे में तरह-तरह के कॉमेंट किए थे।
वीडियो के कैप्शन के मुताबिक, “रेस्टोरेंट के मालिक कृष्णन कुट्टी अहमदाबाद में इस जमीन को खरीदा था, लेकिन वो इस बात से अनजान थे कि ये एक कब्रिस्तान था। हालांकि, जब उन्हें इस बारे में पता चला तो उन्होंने रेस्टोरेंट बनाने के प्लान को नहीं बदला। कब्र के चारों ओर लोहे की सलाखें लगाने के अलावा कब्रों को अछूता छोड़कर, उनके मालिक ने उपलब्ध जगह में कब्रों के चारों ओर बैठने की जगह बना दी है।”