जैसे हर इंसान का चेहरा, कद-काठी, और रंग-रूप अलग होते हैं ठीक उसी तरह हर इंसान कि के शरीर की अन्दरूनी सरंचना भी अलग होती हैं. शरीर अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग तरह से रेस्पॉन्स करता है. महिलाओं की ज़िंदगी में ऐसा ही फेज़ आता हैं जब वह प्रेग्नेंसी को फेस करती है, जिसमें हर किसी को कुछ अलग ही झेलना पड़ता है. किसी को ज्यादा उल्टी होती है, तो किसी के पैरों में दर्द की शिकायत होती है तो वही किसी महिला को सूजन की भी दिक्कतों से गुज़रना पड़ता हैं। हालांकि ऐसा किसी के साथ नहीं होता, जैसा 26 साल की एक महिला के साथ हुआ.
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों की मां लुइस कूपर ( Louise Cooper) बर्कशायर की रहने वाली हैं और और साल 2017 में पहली बार प्रेग्नेंट हुईं. वे फ्रेंच स्की रिसॉर्ट में काम करने वाली लुइस को इस दौरान कुछ ऐसा अजीबोगरीब अनुभव हुआ, जो किसी के लिए भी बुरे सपने से कम नहीं होगा. वो बात अलग है कि इस महिला को इससे कोई खास असर नहीं पड़ा.
उल्टी के दौरान निकल पड़े सारे दांत
प्रेग्नेंसी के एक हफ्ते बाद ही लुइस कूपर ( Louise Cooper) को अलग किस्म की दिक्कत हुई. उसे यूनाइटेड किंगडम लौटना पड़ा और उसे उल्टियां बंद ही नहीं हो रही थीं. इसके बाद जो हुआ, वो शायद ही कभी किसी ने सुना हो. लुइस के सारे दांत उल्टी करते-करते झड़ गए. पेशे से हेयरड्रेसर लुइस को डॉक्टरों ने हाइपरएमेसिस ग्रैविडैरम नाम का सिंड्रोम बताया, जिसकी वजह से उसे प्रेग्नेंसी में हद से ज्यादा चक्कर और उल्टी आ रही थी. पहले बच्चे के जन्म के 6 महीने बाद ही उसके बाकी दांत भी गिर गए और वो बिना दांतों के हो गई.
कभी-कबार लगाने पड़ जाते हैं नकली दांत
लुइस का कहना है कि इस घटना के बाद उन्होंने डेंचर्स ज़रूर बनवाए, लेकिन उन्हें ये आरामदेह नहीं लगता है. ऐसे में उन्होंने ज्यादातर वक्त बिना दांतों के रहने की आदत डाल ली है. बच्चे भी उन्हें इसी तरह देखने के आदी हो चुके हैं. वे बाहर भी कई बार बिना दांतों के ही चली जाती हैं. लुइस को जो सिंड्रोम था, वो 100 में से एक-दो महिलाओं को ही होता है. ये बच्चे के जन्म के कुछ हफ्ते बाद भी जारी रहता है. हाई एसिडिटी की वजह से इस दौरान दांत भी झड़ने लगते हैं. ऐसा ही लुइस के साथ भी हुआ. हालांकि वे इससे डिप्रेस होने के बजाय इससे खुश नज़र आती हैं.