बीते दिन यानि शुक्रवार की शाम को सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में आग लगने से करीब 21 छात्रों की मौत हो गई। इस खबर से पीडि़तों के घरवालों के साथ-साथ पूरे देश के कई सारे लोगों की आंखे नम कर दी हैं। सूरत अग्निकांड में कई सारे छात्रों की मौत तो दम घुटने की वजह से हुई है। कोचिंग सेंटर एक व्यावसायिक बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर चलाया जा रहा था
तो कई सारे छात्र जिंदा जलकर मरने से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिल से कूद गए । हालांकि इन सभी बुरी खबर के बीच एक साहसिक पहल भी सामने आई है। खबरों के अनुसार कोचिंग क्लास में लगी इस भयानक आग में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती थी। लेकिन एक दिलेर और हिम्ममी शख्स की वजह से दो मासूम लड़कियों की जान बच गई।
नाम है केतन जोरवाडिया
केतन जोरवडिय़ा वो दिलेर शख्स हैं जिन्होंने चौथी और तीसरी मंजिल के बीच लटकी हुई दो लड़कियों की जान बचाई है। जी हां दरअसल बिल्डिंग पर जो दोनों लड़कियां लटकी हुई तो वह छलांग मारने से डर रही थीं,जिसे देखकर केतन जोरवडिया अपने आप को रोक नहीं पाए और उनकी मदद करने के लिए पहुंच गए।
केतन ने दोनों को पकड़कर दमकलकर्मियों तक पहुंचाया,इस बारे में बात करते हुए केतन ने मीडिया को बताया कि वहां पर बहुत ज्यादा धुंआ था और मुझे नहीं पता था कि अब क्या करना है। इसलिए मैंने एक सीढ़ी की सहायता से बच्चों को आग से निकालने की कोशिश की जिसमें में सफल हो गया।
केतन ने अपनी जान पर खेल कर मासूमों की जान बचाने वाला ये ट्विटर पर खूब टे्रंड कर रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर इनकी बहादुरी की चर्चा हो रही है। वैसे इस सुपर हीरो ने दो मासूमों को नई जिंदगी तो दे दी। लेकिन अगर दमकल की गाडिय़ां वहां समय पर पहुंच जाती तो और भी कई मासूम की जिंदगियां बच सकती थी।